विवेक सिहं जोन(ब्यूरोचीफ)
Sunaminewstv
कानपुर। ठिठुरन भरी सर्दी में लाल इमली के कर्मचारियों ने अर्धनग्न होकर हाथ में कटोरा लेकर चैराहे पर भीख मांगकर विरोध जताया। कर्मचारियों का आरोप है कि प्रबंधन सात महीने से वेतन नहीं दे रहा है। जिसके चलते परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। यही नहीं परिवार की बदहाली से आजिज होकर सात कर्मचारियों ने आत्महत्या भी कर लिया है।
ऊनी कपड़ों के लिए मशहूर रही लाल इमली इन दिनों तंगहाली के दौर से गुजर रही है। रही सही कसर प्रबंधतंत्र पूरा कर रहा है। जिसके चलते कर्मचारियों का सात महीने से वेतन नहीं मिला।
कर्चमारियों ने गुरुवार को अलग अंदाज में मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन किया। ठिठुरन भरी सर्दी में सभी अर्धनग्न होकर हाथ में कटोरा लेकर चैराहे पर भीख मांगते नजर आएं। बता दें, लाल इमली मिल एक दौर में ब्रिटिश सेना के सिपाहियों के लिए कंबल बनाने का काम करती थी। ये पूरी दुनिया में मशहूर थी। प्रदर्शनकारियों का कहना इंटक नेता आशीष पांडेय ने बताया कि लाल इमली के भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से कर्मचारी परेशान हैं। उन्होंने मॉडर्नाइजेशन के लिए कांग्रेस सरकार के दिए गए 282 करोड़ रुपए भी हड़पने का आरोप लगाया।
उनके मुताबिक बीआईसी के बंगले को वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी घोषित कर जनरल मैनेजर उसी में रह रहे हैं और बंगले को हड़पना चाहते हैं। पिछले सात महीने से कर्मचारियों को
सैलरी नहीं मिली है। एक साल के अंदर सात कर्मचारी सुसाइड कर चुके हैं। आत्मदाह की दी धमकी कर्मचारियों ने हाथों में स्लोगन लिखे बोर्ड लेकर प्रदर्शन किया। इस पर लिखा था कि बीआईसी चेयरमैन और आर्थिक आतंकवादी लालइमली महाप्रबंधक शर्म करो, भिखारी हो गए हैं कर्चमारी। कर्मचारियों ने कहा कि अगर वेतन नहीं मिला तो सामूहिक आत्मदाह करंेगें।
