विवेक सिहं जोनल हेड कानपुर
कानपुर। फूलबाग चौराहे पर सिटी मजिस्ट्रेट उस समय आपा खो बैठे जब फल मंडी के दूसरे गुट द्वारा यह अफवाह फैला दी गई कि फूलबाग फूल मंडी के संरक्षक ने नगर आयुक्त को गाली दी है। फिर क्या था दूसरे गुट के साथ सिटी मजिस्ट्रेट अमरपाल सिंह ने संरक्षक को पीटने लगे।
सिटी मजिस्ट्रेट का साथ पाकर दूसरे गुट के लोगों ने संरक्षक को सड़क पर दौडा-दौडाकर पीटा और आलाधिकारी मूकदर्शक बने रहे। नगर निगम फूलबाग फूल मंडी को हटाकर शिवालय स्थित फूल मंडी में शिफ्ट करना चाहता है। जिसके विरोध में फूल उत्पादक जनकल्याण किसान कमेटी के संरक्षक उमाकान्त यादव फूल व्यापारियों के साथ धरना प्रदर्शन कर रहे थे। तभी नगर निगम का दस्ता पंहुचकर व्यापारियों का सामान सड़क पर फेककर मंडी को खाली करा दिया। जिसके बाद व्यापारियों व महिलाओं ने सड़क पर लेटकर प्रदर्शन करने लगे।
इसी बीच शिवालय फूल मंडी के कुछ लड़के वहां पंहुच गए और यह अफवाह फैला दिया कि संरक्षक नगर आयुक्त को गाली दे रहा है। जिसके बाद शिवालय फूल मंडी के युवक संरक्षक को पीटने लगे और इन्ही अफवाहों के चलते सिटी मजिस्ट्रेट अमरपाल सिंह भी आपा खो बैठे और उसे पीट दिया। यह देख मौके पर पंहुचे प्रशासन के अन्य अधिकारी भौचक्के रह गए। कोतवाली इंस्पेक्टर हरीराम वर्मा ऐसी किसी भी घटना से साफ इंकार कर दिया। अधिवक्ता नरेश मिश्रा ने बताया कि किसी भी मजिस्ट्रेट को मारने का अधिकार नहीं है अगर उन्होंने ऐसा किया है तो यह गलत है।
शिवालय में होती है उगाही
फूलबाग फल मंडी के व्यापारियों का कहना है कि शिवालय फूल मंडी में कुछ आराजक तत्व व्यापारियों से जबरन उगाही करते है। जिसके चलते वह लोग यहां से मंडी हटाने के लिए प्रयासरत है। फूलबाग फल मंडी नेता उमाकान्त यादव का कहना है कि सिटी मजिस्ट्रेट ने जिस तरह दूसरे गुट के लोगों के साथ मिलकर मारपीट की है ऐसे में तो लोगों का लोकतंत्र से विश्वास उठ जाएगा।
