अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के एक निवर्तमान कमांडर ने कहा है कि काबुल को दान में दिए गए तीन एमआई़़ 35 भारतीय बहुभूमिका वाले हेलीकॉप्टर ने युद्ध प्रभावित देश में उग्रवादियों के खिलाफ अभियान में बहुत मदद की है।
जनरल जॉन कैम्पबेल ने मंगलवार अफगानिस्तान पर कांग्रेस की एक बहस में हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के सदस्यों से कहा अब उनके पास भारत से मिले तीन एमआई़़ 35 हेलीकॉप्टर हैं। जल्द उन्हें चौथा हेलीकॉप्टर मिलेगा जो उनके अभियान को और मजबूती देगा।
एमआई़़ 35 वास्तव में एमआई़़ 24 का समग्र उन्नत स्वरूप है जिसमें सैनिकों को ले जाने की क्षमता के साथ साथ तोपें भी लगी हैं। अफगानिस्तान में पिछले 18 माह से अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय बलों की कमान संभाल रहे कैम्पबेल अब सेवानिवत्त होने वाले हैं। बराक ओबामा ने उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल जॉन निकोल्सन को चुना है।
जनवरी में भारत ने बहुभूमिका वाले तीन एमआई़़ 35 लड़ाकू हेलीकॉप्टर अफगानिस्तान को दिए थे जिन्हें अफगान वायु सेना में शामिल कर लिया गया है। इससे देश के सुरक्षा बलों को तालिबान जैसे उग्रवादी समूहों के खिलाफ अभियान में खासी मदद मिली है। अफगान सरकार, वहां के लोगों के साथ साथ अमेरिका ने भी युद्ध प्रभावित देश को दिए गए भारत के तोहफे की सराहना की है।
कैम्पबेल से कांग्रेस के रॉब विटमेन ने अफगान वायु सेना की क्षमताओं के बारे में जानना चाहा था जिसके जवाब में भारत द्वारा दान में दिए गए लड़ाकू हेलीकॉप्टरों का जिक्र हुआ। पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काबुल यात्रा के दौरान तीनों हेलीकॉप्टर अफगानिस्तान को सौंपे गए थे। चौथा हेलीकाॠप्टर भी जल्द ही दे दिया जाएगा।