क्योंझार, उड़ीसा (18 फरवरी) : यहां एक ऐसा मामला सामने आया है जो किसी को भी झिंझोड़ सकता है। ज़िले के चंपुआ गांव में एक महिला को अपने पति के अंतिम संस्कार के लिए दो बच्चों को गिरवी रखकर पैसे जुटाने पड़े। 26 जनवरी को हुई इस घटना का खुलासा बुधवार को हुआ। बुधवार को ब्लॉक डवलपमेंट अधिकारी एस नायक चंपुआ गांव का दौरा करने गए तो उन्हें बच्चों को गिरवी रखने की जानकारी मिली।
सावित्री नायक के पति रायबा की मौत पिछले दिनों हो गर्इ थी। परिवार में वह इकलौता कमाने वाला था। अंतिम संस्कार के लिए पैसे न होने पर उसने अपने पांच में से दो बड़े बेटों- 13 वर्षीय मुकेश और 11 वर्षीय सुकेश को पड़ोसी के यहां गिरवी रख दिया। इसके बदले में उसने 5000 रुपये लिए।
सावित्री ने बताया कि उसके पास बच्चों को खिलाने के लिए लिए पैसे नहीं थे। इसके चलते दो बेटों को गिरवी रखना पड़ा। गिरवी रखे गए दोनों बच्चे पड़ोसी के जानवरों की देखभाल करते हैं। उसके पति रायबा की मौत 26 जनवरी को हो गई थी। रायबा लंबे समय से बीमार था। इसके चलते परिवार की सारी बचत भी समाप्त हो गई। बताया जाता है कि पति के अंतिम संस्कार के लिए सावित्री ने कई लोगों से मदद मांगी लेकिन किसी ने ऐसा नहीं किया।
बीडीओ के मुताबिक सावित्री को विधवा पेंशन और अन्य आर्थिक मदद दिलाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि उन्होंने बच्चों को गिरवी रखे जाने से इनकार किया। लेकिन बताया कि बच्चे उधार लिए पैसे को चुकाने के लिए गांव वालों के जानवरों की देखभाल कर रहे हैं।