विवेक सिहं
सुनामी एक्सप्रेस न्यूज
उन्नाव।//कानपुर। विकासखण्ड नवाबगंज के खण्ड विकास अधिकारी को सर्तकता टीम लखनऊ ने गुरूवार को उनके कार्यालय से 50 हजार की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। जिसके बाद टीम ने उन्हे अजगैन थाने ले गयी जहां देर शाम को सतर्कता अधिकारी ने उनके विरूद्ध भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करा दिया। इसके साथ ही खण्ड विकास अधिकारी के सर्मथन में लोगों ने उन्हे निर्दोष बता अजगैन थाने में जमकर नारेबाजी भी की। जिससे प्रशासन मुस्तैद दिखा।
जानकारी के अनुसार लखनऊ सर्तकता विभाग के पुलिस उपाधीक्षक अधिकारी अजय कुमार कुलश्रेष्ठ अपनी एक दर्जन सदस्यों की टीम में शामिल ब्रजेश कुमार सिंह एसडीएम प्रशिक्षण लखनऊ, नायब तहसीलदार के साथ करीब एक बजे विकासखण्ड मुख्यालय आये जहां उन्होने विकासखण्ड नवाबगंज में नाली खण्डा निर्माण में 20 प्रतिशत कमीशन मांगने के आरोप में 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफतार किया। जिसके बाद टीम उनहे अजगैन थाने ले गयी जहां देर शाम उनके विरूद्ध भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
दर्ज मुकदमें में बताया गया है कि दुर्गेश प्रताप सिंह निवासी बल्लूखेड़ा थाना सोहरामऊ से खण्ड विकास अधिकारी श्रीकृष्णा नाली खण्डजा निर्माण में 20 प्रतिशत का कमीशन मांग कर रहे थें जिसके सम्बंध में दुर्गेश ने लखनऊ सर्तकता अधिष्ठान को शिकायती पत्र दिया था जिसकी गोपनीय जांच करायी गयी। जांच में मामला सही पाया गया। जिसके बाद सतर्कता टीम ने खण्ड विकास अधिकारी को पकड़ने के लिए ताना बाना बुना और गुरूवार को दुर्गेश को 50हजार रूपये लेकर भेजा।
आरोप है कि जैसे ही बीडीओं ने रिश्वत के रूपये लिए टीम ने उन्हे दबोच लिया। जिसके बाद पुलिस जब उन्हे अजगैन थाने ले गयी तो सर्मथकों की बढ़ती भीड़ और दबाव के चलते प्रशासन ने खण्ड विकास अधिकारी को उन्नाव कोतवाली भेज दिया।
