पटना. बिहार के हज यात्रियों के पहले काफिले का पहला विमान गुरुवार की शाम भारतीय समय अनुसार साढ़े पांच बजे मदीना पहुंच गया। वहीं दूसरी फ्लाइट के आजमीने हज शाम साढ़े सात बजे मदीना एयरपोर्ट पर लैंड किया।
दो विमानों से पहुंचे बिहार के 270 हज यात्रियों को मदीना एयरपोर्ट से उन्हें मदीना में उनके लिए पहले से आवंटित भवनों में ले जाया गया। गया एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट समय से 11:30 बजे तथा दूसरी फ्लाइट समय से दिन के डेढ़ बजे रवाना हुई। इससे पहले हज भवन से गुरुवार की सुबह 270 लोगों को एसी बसों से गया एयरपोर्ट ले जाया गया। साढ़े आठ और साढ़े नौ बजे दोनों फ्लाइट के हज यात्री गया पहुंचे।
गया एयरपोर्ट पर बले पंडाल में लोगों ने वजू किया फिर नमाज आदि पढ़े। रवाना होने से पहले हज यात्रियों को 2100 रियाल के साथ ही टिकट और जरूरी कागजात दे दिए गए। हज यात्रियों को छोड़ने के लिए बिहार हज कमेटी के चेयरमैन हाजी इलियास उर्फ सोनू बाबू समेत कई लोग गया एयरपोर्ट गए थे। एयर इंडिया ने बिहार के हज यात्रियों के लिए स्पाइस जेट को हायर किया है। बिहार हज कमेटी के हज कॉर्डिनेटर मोती करीमी ने बताया कि फुज्जारा में इंधन लेने के लिए फ्लाइट एक घंटे रुका फिर वहां से उड़ान भरने के बाद मदीना एयरपोर्ट पहुंचा।
मदीना और मक्का में मेरा सलाम पेश करना
हज का सफर शुरू करने अौर अल्लाह के घर का दीदार करने के लिए हज यात्री बुधवार की सुबह तीन बजे ही जग गए थे। परिजन उन्हें छोड़ने के लिए बुधवार को ही उनके साथ हज भवन पहुंच गए थे। बस रवाना होने से पहले परिजन हज यात्रियों से हाथ मिलाया, गले मिले और कहा कि हमारे लिए भी दुआ करना कि खुदा हज करने के लिए बुला ले। चूंकि हज का सफर आखिरी सफर की तरह होता है।
कई परिजन सिसक भी रहे थे। हज पर जा रहे लोगों ने बच्चों को गोद में लिया और गले से लगा लिया। कई लोगों ने हज यात्रियों से कहा कि मदीना और मक्का में मेरा सलाम पेश करना। फिर कहा- खुदा हाफिज। इस बार हज यात्रियों को हज भवन या गया एयरपोर्ट पर सिम नहीं दिया गया। उन्हें सिम मदीना पहुंचने के बाद दिया जाएगा। बिहार हज कमेटी के कॉर्डिनेटर मोती करीमी ने बताया कि जिनके पास जिस मोबाइल प्रोवाइडर कंपनी का सिम है वे इसे इंटरनेशनल रोमिंग करा लें।