
मुकेश कुमार।
बिहार की सत्ता में विपक्ष की भूमिका निभा रही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले ने अपने तीन स्तरीय मांगों को लेकर पूरे जिले में आक्रोश मार्च निकाला, इस दौरान माले कार्यकर्ताओं ने गोपालगंज जिले के अलग-अलग ब्लॉक मैं केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया,
प्रदर्शन कर रहे माले कार्यकर्ताओं का कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, आज 8 माह से दिल्ली बॉर्डर पर देश के किसान कृषि कानून बिल वापस लेने की मांग को लेकर सरकार के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार सुनने को तैयार नहीं है,

बिहार में किसान दो तरफा मार झेल रहा है,यूरिया की कालाबाजारी के चलते बिहार में किसानों की हालत पतली होती जा रही है, ओने पौने दाम पर किसान दूसरे राज्यों से यूरिया मंगा कर,अपनी फसल बचाने की जुगत में जुटे हुए हैं,
इस दौरान पार्टी नेता सुभाष पटेल ने बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, बिहार में खैरात की अनाज उठाने वाले,आज लाखों रुपए की धान ब्यपार मंडल में बेच रहे हैं, गरीब लोगों को राशन कार्ड से मुक्त कर दिया गया है, वही माले नेता ने विजयीपुर व्यापार मंडल को लेकर भी सरकार को घेरा है, उन्होंने कहा कि विजयीपुर व्यापार मंडल में दो करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है, जिसके जिम्मेवार व्यापार मंडल के राज्य अध्यक्ष विनय शाही है,
हम बिहार के नीतीश सरकार से मांग करते हैं कि ऐसे लोगों पर मुकदमा होना चाहिए, और उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए, और इस घोटाला का हाई कोर्ट की निगरानी में जांच होना चाहिए आज के दिन पर यह भी मांग किया गया कि मोदी सरकार सरकारी समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा दे और मंडी व्यवस्था बहाल करें ।