इसके अलावा यूपी में गंगा एक्सप्रेसवे पर भी काम चल रहा है। इस कड़ी में सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे मुंबई से दिल्ली को जोड़ने वाला है जिसे नितिन गडकरी की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना माना जा रहा है। 1390 किलोमीटर का यह एक्सप्रेसवे दिल्ली और मुंबई के बीच के सफर को आधा कर देगा। दूरी और समय कम होने के साथ ही यह पूरा रास्ता तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। यह एक्सप्रेसवे भारतमाला परियोजना के पहले चरण के तहत तैयार किया जा रहा है जिसके तहत देश भर में हाईवेज के नेटवर्क को तैयार किया जा रहा है।
भारतमाला परियोजना के तहत अहम शहरों को आपस में जोड़ने सीमांत इलाकों में रोड नेटवर्क तैयार करने और सुदूर क्षेत्रों में भी इन्फ्रास्ट्रचर को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है। भारतमाला के पहले चरण में कुल 24800 किलोमीटर हाईवे का निर्माण होना है। इस प्रोजेक्ट का अहम हिस्सा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे है। इससे दिल्ली हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश और गुजरात भी आपस में जुड़ने वाले हैं। शुरुआती दौर में कुल 8 ले एक्सप्रेसवे तैयार किया जाएगा जिसे 12 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा। इस एक्सप्रेसवे से आर्थिक ग्रोथ भी हो सकेगी। राजस्थान गुजरात और हरियाणा के कई शहरों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस एक्सप्रेसवे का पहला हिस्सा सोहना से दौसा तक 12 फरवरी को शुरू होगा। इसके अलावा जल्दी ही वड़ोदरा से अंकलेश्वर तक का पार्ट भी पूरा होगा। इतना ही नहीं अमृतसर से जामनगर को जोड़ने वाले कॉरिडोर पर भी तेजी से काम कर चल रहा है। अंबाला से कोटपुतली के लिए भी काम लगभग पूरा ही होने वाला है।