गोपालगंज। भोरे में पेड़ के नीचे रोते हालात में ग्रामीणों को मिला नवजात मासूम-ले गई जिला बाल संरक्षण इकाई की टीम।

प्रदीप शर्मा,गोपालगंज।
गोपालगंज के भोरे प्रखंड डूमर नरेंद्र पंचायत के ज्योतिषी टोला गांव के लोगो ने इंसानियत का जीता जागता मिशाल पेश किया है,जो काबिले तारीफ है, जिस नवजात को जन्म देने के बाद,उसकी निर्दई माँ ने अपने आंचल में खेलने के जगह उसे पेड़ के नीचे फेंक दिया, उस निर्दई मां को भी ग्रामीणों ने जमकर कोसा है,,बरहाल इस निर्दयी की जो भी मजबूरियां रही हो उसने ममता का गला तो घोट ही दिया है,
यह हैरतअंगेज खबर भोरे थाना इलाके के डूमर नरेंद्र पंचायत के ज्योतिषी टोला गांव से सामने आया है, बता दें कि बुधवार की रात ज्योतिषी टोला गांव स्थित जीन बाबा स्थान के समीप रात्रि 8:00 बजे ग्रामीणों को रोते हुए गमछे मे लिपटा एक नवजात मिला, इसी बीच गांव का ही एक दुकानदार अपनी दुकान बंद कर घर के लिए आ रहा था,कि उसने रोते हुए बच्चे की आवाज सुनी,

जब वह जिंन बाबा के स्थान के समीप गया तो देखा कि गमछे में लिपटा हुआ कोई मासूम रो रहा है, उसके बाद उसने गांव के लोगों को आवाज दी,उसके बाद गांव के लोग वहां पर पहुंचे और इसकी सूचना ग्रामीणों ने पूर्व मुखिया बहादुर गोंड को दी, बहादुर गोंड उस बच्चे को लेते हुए, गांव के ही एक महिला मुन्ना चौहान की पत्नी गुलाबी देवी को दे दिया, लेकिन बच्चे की हालत ठीक नहीं होने के कारण,ग्रामीण उसे इलाज के लिए भोरे निजी क्लीनिक लेकर आए,और उसका इलाज करवाया,
इसी बीच इसकी सूचना जिला बाल संरक्षण इकाई को मिली, सूचना मिलने के बाद जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी सुधीर कुमार अपनी टीम के साथ भोरे पहुंचे,और भोरे थाने के प्रभारी थाना अध्यक्ष अनिल कुमार पासवान, बाल कल्याण समिति के सदस्य आदित्य कुमार सिंह, समन्वयक डिंपल कुमारी,के साथ गांव पहुंचे, और बच्चे को अपने साथ लेकर गोपालगंज चले गए, हालांकि बाल संरक्षण पदाधिकारी के मुताबिक नवजात बच्चे की स्थिति अभी भी नाजुक बनी है, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।