भोपाल। राजधानी भोपाल की हवा में दो महीने बाद वायु प्रदूषण का स्तर सबसे नीचे पहुंचा है। नवंबर और दिसंबर माह में वायु प्रदूषण का स्तर बताने वाला वायु गुणवत्ता सूचकांक 250 से 330 के बीच था। सूचकांक का अधिक स्तर हवा में गंभीर वायु प्रदूषण को दर्शाता है। 31 दिसंबर और एक जनवरी को सूचकांक का स्तर गिरकर 84 से 96 तक आ गया है। यह आम लोगों के लिए अच्छा संकेत हैं। मौसम साफ होन के कारण हवा में वायु प्रदूषण का स्तर गिरा है। आने वाले समय में जैसे-जैसे मौसम शुष्क होगा और आद्रता कम होगी, वायु प्रदूषण के स्तर में तेजी से सुधार होगा।
बता दें कि भोपाल के कोलार, होशंगाबाद रोड, हमीदिया रोड, भेल, एमपी नगर, टीटी नगर, गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्रों में नवंबर 2021 से वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है। इन इलाकों में पार्टिकुलेटर मैटर (पीएम) 10 व पीएम 2.5 का स्तर बढ़कर 350 से 400 तक पहुंच गया था। ये धुएं, धूल और विभिन्न् हानिकारक गैसीय अवशेषों के कण होते हैं जो आद्रता व नमी पाकर भारी हो जाते हैं और वातावरण में निचले स्तर पर रहते हैं। इसके कारण वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। ठंड में कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है जब आद्रता और नमी का स्तर बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ जाता है। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु गुणवत्ता कार्यक्रम के तहत भोपाल समेत सभी प्रमुख शहरों की हवा को स्वच्छ रखने के लिए केंद्र सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है लेकिन भोपाल में खास सुधार नहीं आ रहा है।
बीते दो माह में वायु गुणवत्ता सूचकांक का सर्वाधिक स्तर
दिनांक………….सूचकांक
05 नवंबर—–313
09 नवंर—–304
10 नवंबर—–314
14 नवंबर—–312
15 नवंबर—–329
16 नवंबर—–310
18 नवंबर—–304
19 नवंबर—–304
20 नवंबर—–314
02 दिसंबर—-302
03 दिसंबर—-316
06 दिसंबर—-303
28 दिसंबर—-320
बीते दो माह में सबसे निचले स्तर पर सूचकांक
31 दिसंबर—-84
01 जनवरी 2022–96
हर वर्ष ठंड में बढ़ रहा प्रदूषण
हर वर्ष ठंड के दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। इसे देखते हुए प्रदूषण कम करने के नाम पर हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं लेकिन सुधार नहीं हो रहा है। यह राशि टिकाऊ सड़कें, शहरी सीमा में पेविंग ब्लाक लगाने, वायु प्रदूषण को लेकर लोगों में जन जागरूकता लाने आदि कामों पर खर्च की जा रही है।