Breaking
बंगाल में इंडिया गठबंधन में घमासान, लेफ्ट के मेनिफेस्टो में BJP-TMC पर हमला, जानें क्या है खास बीजेपी ने बंगाल में रामनवमी पर भड़काई हिंसा: ममता बनर्जी नीतीश कुमार क्यों मुस्लिमों से लगातार हो रहे मुखातिब, आखिर जेडीयू को क्या डर सता रहा? आदित्य श्रीवास्तव समेत UPSC में 7 छात्रों के चयन पर सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ने मनाया जश्न, अभिभावकों को... अपनी अगली फिल्म में टीचर बनेंगे शाहरुख खान? सुहाना के रोल समेत 4 बड़े बदलाव हो गए! दुश्मन को चकमा देने में माहिर है निर्भय मिसाइल, अब बनेगी भारत की ताकत ‘मुझे हैरानी होती है जब पीएम ऐसा कहते हैं’, केरल में बोले राहुल गांधी अपराधी की तरह सोचते हैं केजरीवाल… मनोज तिवारी बोले- डासना जेल में किया जाए शिफ्ट कुरुक्षेत्र से अभय चौटाला, हिसार से सुनैना, अंबाला से गुरप्रीत सिंह, INLD ने हरियाणा में 3 उम्मीदवार... साथ में मुस्लिम लड़की, हाथ में बंधा कलावा… देखते ही युवक की कर दी पिटाई

फर्जी डिग्री मामले में हटाए गए उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी अनिल पाठक को मंत्रालय में वापस लाने की तैयारी

Whats App

भोपाल ।   सागर के विवेकानंद विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों में फर्जी डिग्री देने के मामले में उच्च शिक्षा विभाग से हटाए गए ओएसडी अनिल पाठक को मंत्रालय वापस लाने की तैयारी की जा रही है। तत्कालीन अपर मुख्य सचिव (उच्च शिक्षा) शैलेंद्र सिंह ने पाठक को हटाकर उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान भोपाल में पदस्थ किया था। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद केसी गुप्ता को उच्च शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया। अब केसी गुप्ता के पास ही अनिल पाठक की मंत्रालय में पदस्थापना की फाइल भेजी गई है। बता दें, मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों और निजी विश्वविद्यालयों की सांठगांठ के चलते दस साल में चार हजार डिग्री गलत ढंग से बांटी गई थीं। हर डिग्री के लिए 10 से 15 लाख रुपये वसूलने की बात भी सामने आई थी। इस मामले में मध्य प्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग की भूमिका भी जांच में संदिग्ध पाई गई थी।

इसके बाद अनिल पाठक को निजी विश्वविद्यालय शाखा से हटाया गया था और मामले की पुनः जांच शुरू की गई थी। फर्जी डिग्री मामले की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तक पहुंची थी और पीएमओ ने मध्य प्रदेश सरकार को इस प्रकरण में की गई कार्रवाई से अवगत करने के लिए भी कहा था, लेकिन शैलेंद्र सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद अब इस पूरे मामले की फाइल दबा दी गई है। यही नहीं, इस मामले में अनिल पाठक को निलंबित करने की फाइल तैयार कर उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी डा. मोहन यादव को भी भेजी गई थी, लेकिन चार माह बाद भी निलंबन को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया। इस पूरे मामले से शैलेंद्र सिंह ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को अवगत कराया था। इसके बाद कार्रवाई का प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा गया था।

 

बंगाल में इंडिया गठबंधन में घमासान, लेफ्ट के मेनिफेस्टो में BJP-TMC पर हमला, जानें क्या है खास     |     बीजेपी ने बंगाल में रामनवमी पर भड़काई हिंसा: ममता बनर्जी     |     नीतीश कुमार क्यों मुस्लिमों से लगातार हो रहे मुखातिब, आखिर जेडीयू को क्या डर सता रहा?     |     आदित्य श्रीवास्तव समेत UPSC में 7 छात्रों के चयन पर सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ने मनाया जश्न, अभिभावकों को भी किया सम्मानित     |     अपनी अगली फिल्म में टीचर बनेंगे शाहरुख खान? सुहाना के रोल समेत 4 बड़े बदलाव हो गए!     |     दुश्मन को चकमा देने में माहिर है निर्भय मिसाइल, अब बनेगी भारत की ताकत     |     ‘मुझे हैरानी होती है जब पीएम ऐसा कहते हैं’, केरल में बोले राहुल गांधी     |     अपराधी की तरह सोचते हैं केजरीवाल… मनोज तिवारी बोले- डासना जेल में किया जाए शिफ्ट     |     कुरुक्षेत्र से अभय चौटाला, हिसार से सुनैना, अंबाला से गुरप्रीत सिंह, INLD ने हरियाणा में 3 उम्मीदवार उतारे     |     साथ में मुस्लिम लड़की, हाथ में बंधा कलावा… देखते ही युवक की कर दी पिटाई     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374