बस्ती. नए मोटर व्हीकल एक्ट (Motor Vehicles Act) के लागू होने के बाद से सोशल मीडिया (Social Media) पर आम जनता के साथ पुलिसिया बर्बरता के कई वीडियो (Video) वायरल हो रहे हैं. हालांकि, इस दौरान कई ऐसे वीडियो भी शेयर किए जा रहे हैं जो काफी पुराने हैं. इन वीडियो को ट्रैफिक नियम (Traffic Rule) न मानने पर आम जनता के साथ पुलिस के अमानवीय व्यवहार को बताकर लोग शेयर कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बस्ती (Basti) जिले से.
बस्ती जिले के गौरा क्षेत्र का वर्ष 2017 का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लोग हाल फिलहाल का बता कर शेयर कर रहे हैं. इस वायरल वीडियो के बारे में लोग लिख रहे हैं कि नए मोटर व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद से पुलिस आम जनता से कुछ इस तरह व्यवहार कर रही है. लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस का विभत्स चेहरा सामने आ गया है.
घसीटते हुए थाने ले जा रहे हैं पुलिसवाले
इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि दो पुलिस वाले एक शख्स को बेरहमी से मारने के बाद घसीटते हुए थाने ले जा रहे हैं. उस शख्स की पत्नी लगातार पुलिस वालों से हाथ जोड़कर मिन्नतें कर रही हैं, लेकिन पुलिस पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है और वह लगातार शख्स की पिटाई कर रहे हैं
Naval Kant Sinha | नवल कांत सिन्हा | نول کانٹ سنہا@navalkantचालान के रुझान का एक और वीडियो! वीडियो बस्ती के गौर थाने का है। शनिवार को वाहन चेकिंग के नाम पर की जा रही पिटाई का बताया जा रहा है। वैसे जिस तारीख का हो अमानवीय और पुलिस की छवि को धक्का लगाने वाला है। @UPPViralCheck @Uppolice @upcoprahul @dgpup @nitin_gadkari @myogiadityanath
उक्त वीडियो वर्ष 2017 का है न कि वर्तमान समय का है । यह घटना काफी पुरानी है ,वीडियो को देखने से वर्दी शीतकालीन है जबकि वर्तमान समय में ग्रीष्मकालीन वर्दी धारण की जा रही है यह घटना न ही किसी वाहन चेकिंग की है ।
सिद्धार्थनगर में सामने आई थी पुलिस की बेरहम तस्वीर
यह तो पुराना वीडियो है. इसका नए ट्रैफिक नियम से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन हाल ही में सिद्धार्थनगर का एक वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में हेलमेट नहीं लगाने और गाड़ी के कागज न होने पर पुलिस सब-इंस्पेक्टर और सिपाही बाइक चलाने वाले को लात-घूसों से बेरहमी से पिटाई करते हुए दिख रहे थे. अपने चाचा के साथ होते मारपीट को देखकर उनका मासूम भतीजा वहां खड़ा होकर रोता रहा, लेकिन पुलिसकर्मियों का फिर भी दिल नहीं पसीजा. इस घटना के सामने आने के बाद यूपी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एसओ को सस्पेंड कर दिया था और मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर गंभीर धारा में मामला दर्ज किया गया था.