गोपालगंज।बाढ़ के कारण जिन किसानों के खेतो में नहीं लगे फसल उन्हे भी मिलेगा मुआवजा-अमरेंद्र प्रताप सिंह.
प्रदीप शर्मा,गोपालगंज।
गोपालगंज समाहरणालय सभा कक्षा में बिहार के कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह, ने गोपालगंज जिला अधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी सहित पदाधिकारियों के साथ बाढ़ ओलावृष्टि और आपदा से प्रभावित इलाकों को लेकर समीक्षा बैठक की, कार्यक्रम के दौरान गोपालगंज जिला अधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने कृषि मंत्री को पुष्प देकर उन्हें सम्मानित किया।
बैठक में सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी द्वारा बैठक में उपस्थित सभी का स्वागत करते हुए माननीय प्रभारी मंत्री , सचिव , गृह विभाग बिहार – सह – प्रभारी सचिव एवं विधायको को बुके देकर उन्हें सम्मानित किया
कृषि मंत्री के साथ चल रही समीक्षा बैठक के दौरान
आपदा प्रबंधन शाखा गोपालगंज के द्वारा बताया गया कि बाढ़ से निपटने हेतु इलाके का सर्वे कर लिया गया है, जिसमें,बाढ़ प्रभावित अंचलों की संख्या 06 , पंचायतों की संख्या 71 ,गांवो की संख्या 215 एवं परिवारों की संख्या 91499 है, तटबंधों की सुरक्षा हेतु अति संवेदनशील स्थलों पर 6 एसडीओ और 18 जेई की प्रतिनियुक्ति की गई है,
साथ ही तटबंध की सतत् निगरानी के लिए कुल 131 स्वयं सेवकों की प्रतिनियुक्ति की गई है, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कुल 144 ऊँचे शरणस्थल चिन्हित किये गये शरण स्थल के अतिरिक्त 258 कम्युनिटी किचेन के लिए स्थलों को चिन्हित कर पदाधिकारी / जन प्रतिनिधि को टैग कर लिया गया है,
जिले में संबंधित चिन्हित ग्राम से आबादी निष्क्रमण के लिए 45 सरकारी एवं 44 निजी नावों को सभी ग्रामों के साथ सम्बद्ध करते हुए, बस एवं ट्रेक्टर चिन्हित किये गये है, साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल कैम्प एवं मोबाईल टीम का गठन कर लिया गया है, पशुपालन विभाग द्वारा 42 प्रकार की दवा , Ambulatry Van आदि की व्यवस्था की गई है,
नोडल पदाधिकारी जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन कर लिया गया है,जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र – सह – नियंत्रण कक्ष कार्यरत है । दूरभाष संख्या – 06156-225509 , 227506 , 227507 , 227508 , 227509 , 227510 है । जिले में 49 प्रशिक्षित गोताखोर उपलब्ध है,
बैठक में प्रभारी मंत्री द्वारा निदेशित किया गया कि जिस प्रखंड में खेती की रकवा कम है वहाँ खाद की मात्रा कम रखे तथा जहाँ खेती की रकवा अधिक रहे वहाँ खाद की मात्रा अधिक रखे । खाद की कमी के कारण खेती प्रभावित न रहे साथ ही निदेशित किया गया कि बाढ़ के कारण जितने लोगों की मृत्यु हुई है, उनसे संबंधित पिछले 02 वर्षों से जो भी मामले भुगतान हेतु लंबित है उन्हें यथाशीघ राशि का भुगतान करे,
जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा बताया गया कि जिले में डूबने से मृत व्यक्तियों के आश्रितों के बीच 07 करोड रूपया का वितरण किया गया है,बाढ़ के कारण जितनी सड़के क्षतिग्रस्त हुई है उनका निर्माण जल्द से जल्द कराने का निर्देश दिया गया, साथ ही निदेशित किया गया कि वर्षा समाप्ति के पश्चात् यह कार्य सम्पन्न हो जाना चाहिए
गौसियाँ छरकी बांध निर्माण का शेष कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का निदेश दिया गया, बैठक में माननीय विधायक , बैकुण्ठपुर श्री प्रेमशंकर प्रसाद ने कहा की अभी किसानों को कृषि यांत्रिकी योजना के तहत अनुदान नहीं दिया गया है, इसके जवाब में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कृषि यंत्र के लिए 1 करोड़ 72 लाख आवंटन आया था, लेकिन सरकार द्वारा एक जिले के लिए एक निश्चित कोटा दिया जाता है, लेकिन कोटों से ज्यादा आवेदन स्वीकृत कर लिया गया है, बैठक में प्रभारी मंत्री महोदय द्वारा जानकारी दी गई कि इस बैठक का आयोजन आपातकाल में माननीय मुख्यमंत्री , बिहार के निर्देश के आलोक में हुआ है
आपदा से हुए नुकसान एक गंभीर मामला है जिसे हमसब को मिलकर आपदा नुकसान को पटरी पर लाना है, साथ ही सभा को संबोधित करते हुए बताया कि अतिवृष्टि की वजह से जो किसान खेती न कर सके वह क्षतिपूर्ति के दायरे में है । ऐसे किसानों का आकलन किया जाएगा । बैठक में बिहार सरकार के मंत्री जनक राम, गोपालगढ़ सांसद आलोक कुमार सुमन, बिहार भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी,उप विकास आयुक्त , अपर समाहर्ता , जिला स्तरीय पदाधिकारीगण तथा प्रखंड स्तरीय पदाधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
वही जब सुनामी एक्सप्रेस संवाददाता प्रदीप शर्मा ने जब बिहार सरकार के मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह से किसानों के फसल क्षतिपूर्ति को लेकर बात की तो, उन्होंने कहा कि पिछले कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने फैसला लिया है कि किसानों का जो भी फसक क्षतिपूर्ति हुआ है, उस पर सरकार अमल करेगी, साथ ही बाढ़ के कारण जिन किसानों का फसल खेतों में नहीं बोया गया, उनका भी आकलन कर वैसे भी किसानों को मुआवजा सरकार की तरफ से दिया जाएगा, केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार हर तरफ से किसानों को फसल क्षतिपूर्ति को लेकर मुआवजा देने को तैयार है।