नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में वैसे तो हर राज्य में बड़ी पार्टियों के टिकटों को लेकर मारामारी देखने को मिल रही है, लेकिन यूपी में चुनावी टिकट को लेकर जद्दोजहद सारी हदें पार करती दिख रही है। यूपी के पहले चरण के लिए सभी पार्टियों ने करीब करीब अपने टिकट घोषित कर दिए हैं। विधानसभा चुनाव के टिकट की घोषणा के बाद खासा बवाल मचा है। कोई टिकट न मिलने से फूट-फूट कर रो रहा है तो कोई आत्मदाह करने पार्टी कार्यालय पहुंच गया। इन्हीं में शामिल मुजफ्फरनगर के नेता अरशद राणा हैं, जिनके थाने में फूट-फूट कर रोने का वीडियो खूब वायरल हो रहा है।
बसपा पर 66 लाख रुपए लेने का आरोप
राणा ने कहा मेरा तमाशा बनाया गया है। मैंने इतने सारे होर्डिंग लगवाकर पैसा खर्च किया। मुजफ्फर नगर के थाने में पुलिस को शिकायत देते हुए अरशद राणा रो पड़े थे। वह बसपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन चरथावल से जब उनको टिकट नहीं मिला तो बसपा के पदाधिकारियों पर उन्होंने 66 लाख लेने के आरोप जड़ दिए। अरशद राणा ने कहा कि दिल्ली तक होर्डिंग लगवाने के लिए वो 50 लाख रुपये खर्च कर चुके हैं। टिकट न मिलने पर रोने वाले ये इकलौते नेता नहीं है।
दहाड़े मार-मारकर रोई कांग्रेस नेत्री
बसपा का टिकट न मिलने पर पिछले दिनों रोते हुए दिखे अरशद राणा तो अपनी पत्नी डॉ यासमीन का चरथावल सीट से कांग्रेस का टिकट लेने में सफल रहे, लेकिन मुजफ्फरनगर सीट से कांग्रेस का टिकट न मिलने पर जिला कलेक्ट्रेट परिसर मुजफ्फरनगर में एक कांग्रेस नेत्री मेहराज इतनी क्षुब्ध हुई कि वह पत्रकारों को अपनी व्यथा कहते कहते ही कैमरों के सामने दहाड़े मार-मारकर रोने लगीं। भाजपा के वरिष्ठ नेता एस.के. शर्मा मथुरा के मांट से टिकट नहीं मिलने पर रो पड़े। उन्होंने कहा कि भाजपा अब वह पार्टी नहीं रही, जो कभी हुआ करती थी। समर्पित और ईमानदार कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है और लुटेरों को सब कुछ मिल रहा है।
सपा नेता ने किया आत्मदाह का प्रयास
अलीगढ़ में सपा के नेता ठाकुर आदित्य भी बीते रविवार को पार्टी ऑफिस के सामने रोने लगे। वो छर्रा विधानसभा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन जब वहां से पूर्व विधायक राकेश सिंह का टिकट फाइनल हो गया तो पहले उन्होंने पार्टी ऑफिस के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की फिर फफक कर रोने लगे। सपा नेता आदित्य सिंह ने कहा कि मैं समर्पित कार्यकर्ता हूं, इतने दिनों से कोशिश में लगा हूं, टिकट का आश्वासन मिला था। बिजनौर की बरहापुर सीट से एक अन्य संभावित उम्मीदवार जावेद रायन पार्टी का टिकट नहीं दिए जाने की खबर साझा करते ही टूट गए। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि मैं आधी रात को भी पार्टी के लिए मौजूद था और निर्वाचन क्षेत्र की देखभाल करता था, लेकिन आपकी सेवा करने के योग्य नहीं पाया गया। उन्होंने अपने आंसू पोछते हुए कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष के फैसले का सम्मान करते हैं।