भुवनेश्वरः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत नौ-दिवसीय दौरे पर ओडिशा आए हैं। यहां पर भागवत ने कहा कि आरएसएस सिर्फ हिंदू समाज को नहीं बल्कि संपूर्ण समाज को व्यवस्थित करने के लिए काम कर रहा है। उन्हाेंने कहा कि बेहतरी के लिए समाज को बदलाव की जरूरत है, वहीं समाज में प्रत्येक व्यक्ति को बदलना असंभव है। उन्होंने कहा कि देश को समाज में बदलाव कर बदला जा सकता है। यहां बुद्धिजीवियों से वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि तो सही तरीका ये है ऐसा सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति तैयार किया जाए जो समाज और देश में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
Mohan Bhagwat, RSS: …Maare-maare Yahudi (Jews) firte they akela Bharat hai jahan unko ashray mila. Parsion (Parsis) ki puja aur mool dharma sukrakshit kewal Bharat mein hai. Vishwa mein sarvadhik sukhi Musalman, Bharat mein milega. Ye kyun hai? Kyunki hum Hindu hain…” (12.10)
उन्होंने कहा कि हमारी उन्नति अंग्रेजों के वजह से हुई, ये कहना गलत है। हम क्लासलेस सोसायटी की स्थापना वेदों के आधार पर सकते है। हिंदू कोई भाषा या प्रांत नहीं है, ये एक संस्कृति है जो भारत के लोगों की सांस्कृतिक विरासत है।
आरएसएस के सूत्रों ने कहा कि इस दौरान भागवत 15-20 अक्टूबर के बीच अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में शामिल होंगे, जहां विभिन्न राज्यों और मान्यता प्राप्त समूहों के पदाधिकारी शामिल होंगे। आरएसएस की सर्वोच्च नियामक इकाई अपनी वार्षिक बैठक ओडिशा में पहली बार आयोजित कर रही है।