राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन के दौरान एक लोकसभा सदस्य की ओर से उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष की कथित तौर पर नकल उतारे जाने की घटना पर मंगलवार को गहरी आपत्ति जताते हुए इसे अस्वीकार्य करार दिया। संसद के दोनों सदनों से 90 से अधिक विपक्षी सदस्यों के निलंबन पर विरोध जताते हुए विपक्ष के सांसदों ने मंगलवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया और सदन की ‘मॉक कार्यवाही’ का आयोजन किया। निलंबित सांसदों ने संसद के नए भवन के मकर द्वार पर धरना दिया।
कल्याण बनर्जी ने उतारी नकल
इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष द्वारा, सदनों की कार्यवाही का संचालन किए जाने की नकल उतारी। मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी खड़े थे और वह बनर्जी द्वारा कार्यवाही के संचालन की नकल किए जाने का मोबाइल फोन से वीडियो बनाते देखे गए। इससे पहले संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष विपक्षी सदस्यों ने प्रदर्शन किया जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार भी शामिल हुए।
‘कुछ जगह तो बख्शो’
एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई तो सभापति धनखड़ ने इस घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस प्रकार का ‘असंसदीय’ आचरण अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कुछ देर पहले एक टीवी चैनल पर देखा… गिरावट की कोई हद नहीं है… एक बड़े नेता, एक सांसद के असंसदीय आचरण का वीडियो बना रहे थे… आपसे भी बहुत बड़े नेता हैं… मैं तो यही कह सकता हूं कि उन्हें सद्बुद्धि आए… कुछ तो सीमा होती होगी… कुछ जगह तो बख्शो।”
स्पीकर की मिमिक्री करना अस्वीकार्य
जब एक सदस्य ने इस बारे में विस्तार से जानना चाहा तो धनखड़ ने कहा कि राज्यसभा के सभापति और लोकसभा अध्यक्ष का कार्यालय बहुत अलग है वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दलों के बीच आपसी टीका-टिप्पणी होती ही रहती है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन कल्पना करिए, आपकी पार्टी का एक बड़ा नेता… वरिष्ठ नेता… एक दूसरी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य की वीडियोग्राफी कर रहा है। राज्यसभा के सभापति की मिमिक्री (नकल) कर रहा है, लोकसभा अध्यक्ष की मिमिक्री कर रहा है। कितनी गलत बात है… कितनी शर्मिंदगी भरी बात है। यह अस्वीकार्य है।”