देश के गृहमंत्री अमित शाह ने बीकानेर में जिस अंदाज में भजन सरकार के तीन मंत्रियों की क्लास लेकर जो फटकार लगाई उसकी गूंज पूरी मरुधरा में सुनाई दे रही है। इसके बाद अब लगता है कि मंत्रियों को अपना रुतबा छोड़कर लोकसभा चुनाव के लिए एक बार फिर ग्राउंड लेवल पर काम करना होगा। खुद सीएम भजनलाल शर्मा व प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने भी लोकसभा चुनाव को लेकर बैठक कर यह तय किया कि सभी को एकजुटता के साथ धरातल पर काम करना होगा, लोगों से संवाद करना होगा।
बावजूद इसके भजन सरकार के नए-नए मंत्री बनने वाले अभी अपनी उनक से ही बाहर नहीं आ पा रहे हैं। ना तो वह जनता से मिल रहे ना ही लोकसभा चुनाव को लेकर कोई काम कर रहे हैं। यही कारण हैं कि बीकानेर में सार्वजनिक रूप से गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, सुमित गोदारा व अविनाश गहलोत से लोकसभा चुनाव को लेकर उनके क्षेत्र की जानकारी मांगी तो वह नहीं क्लास लगी और स्टूडेंट्स की भांति स्टेज पर खड़ा भी किया गया। बीजेपी लोकसभा चुनाव में इस बार 400 पार का नारा बुलंद करते हुए अपने टारगेट को हासिल करना चाहती है।
मंगलवार को एक दिन में 9 लोकसभा सीटों पर निशाना साधते हुए बीजेपी के चाणक्य व देश के गृहमंत्री अमित शाह ने चुनावी शंखनाद भी कर दिया है। दिल्ली में दो दिन के राष्ट्रीय अधिवेशन में भी राजस्थान को लेकर चर्चा हुई, लोकसभा की सभी 25 सीटें जीतकर हैट्रिक बनाने का दावा भी किया गया। इसके लिए संगठन व भजन सरकार को एकजुट होकर धरातल पर काम करने को कहा गया। मंगलवार को उस समय गृहमंत्री नाराज हो गए जब लोकसभा चुनाव को लेकर तीनों मंत्री अपने क्षेत्र की जानकारी नहीं दे पाए।
इस समय भले ही सत्ता में भजन सरकार काबिज है, लेकिन उनकी हर कार्यप्रणाली पर दिल्ली से सीधी नजर रखी हुई है। एक-एक रिपोर्ट ऊपर जा रही है और वहां से सख्त लहजे में निर्देश भी मिल रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि मंत्री बनने के बाद कई नेता अभी तक अपनी ठनक से ही बाहर नहीं निकल पाए हैं। स्वागत सत्कार में ही बिजी हैं, जनता से संवाद करना छोड़ दिया तो अपने क्षेत्र में भी सक्रिय नहीं हैं। इस प्रकार की जानकारी लगातर दिल्ली पहुंच रही है और विधानसभा सत्र में भी कांग्रेस विधायक इन पर हावी नजर आए।
अब जब बीजेपी लोकसभा चुनावी मोड में आ गई है, तो वह मंत्री, विधायक से लेकर अशोक संगठन के हर कार्यकर्ता, पदाधिकारी को एक नजर से देखते हुए सभी को धरातल पर काम करने को कह रही है। इसी के चलते मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी देकर वहां की रिपोर्ट तैयार कर लोगों के बीच बीजेपी की इमेज बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। बावजूद इसके अभी तक कई मंत्री व विधायक अपने रुतबे से ही बाहर नहीं आ पा रहे हैं। अब जब मंगलवार को गृहमंत्री ने तीन मंत्रियों की सार्वजनिक क्लास ली उसके बाद मंत्री-विधायकों के बोच इसी को लेकर चर्चा है। साथ ही अब सभी धीरे-धीरे धरातल पर सक्रिय भी होने लगे हैं।