ग्वालियर। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महलगांव, मानपुर, व सिरोल में तैयार किए गए 3900 से अधिक परिवारों को अब निजी टाउनशिप जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। महलगांव व मानपुर में आवासों में बसाहट होने के बाद अब नगर निगम द्वारा इन परिसरों को सुरक्षित करने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। इसके अलावा रहवासियों को लक्जरी सुविधा देने के लिए महलगांव पहाड़ी के ऊपर बनाए गए परिसर में अब स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स, क्लब हाउस और जिम भी तैयार कराई जा रही है।
दो मंजिला क्लब हाउस में निचले तल पर जहां पार्टियों और छोटे-मोटे समारोहों की व्यवस्था रहेगी, तो वहीं पहली मंजिल पर जिम बनाई जाएगी। इसके ठीक बगल से खाली पड़ी जगह में बैडमिंटन कोर्ट और टेबल टेनिस की सुविधा भी रहेगी। पूर्व में इन परिसरों में सिर्फ पार्क का प्रविधान था, लेकिन इन आवासों में बुकिंग से लेकर रिहायश तक के लिए लोगों के बेहतर प्रतिसाद के बाद यहां निजी टाउनशिप की तर्ज पर काम कराए जा रहे हैं। दरअसल, पीएम आवास योजना के अंतर्गत तैयार किए गए इन आवासों से नगर निगम को लगभग 80 करोड़ रुपये का लाभांश प्राप्त हुआ है। आवासीय परिसर बनने के बावजूद इन स्थानों पर अब भी जगह शेष बच रही है। चूंकि नगर निगम ने इन आवासों में लिफ्ट, फायर फाइटिंग सिस्टम सहित निजी बिल्डर की तर्ज पर काम किया है, ऐसे में सिर्फ पार्कों के बजाय अब अन्य अतिरिक्त सुविधाएं देने की ओर भी काम किया जा रहा है। यही कारण है कि महलगांव और मानपुर में क्लब हाउसों का काम शुरू करा दिया गया है। महलगांव में क्लब हाउस की दोमंजिला बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है। अब इसमें जिम उपकरण सहित अन्य सुविधाएं लगाने का काम किया जाएगा।
निगम द्वारा पीएम आवास योजना के अंतर्गत शहर के चार चयनित स्थानों महलगांव, सिरोल, मानपुर-एक और मानपुर-दो पर ईडब्ल्यूएस, एलआइजी व एमआइजी वर्गों के लिए फ्लैट तैयार किए गए थे। मानपुर साइट-एक पर ईडब्ल्यूएस के लिए 912 फ्लैट्स, एलआइजी के लिए 320 और एमआइजी के 64 फ्लैट बनाए गए। वहीं मानपुर साइट-दो पर 1200 फ्लैट ईडब्ल्यूएस के लिए बनाए गए। महलगांव पहाड़ी पर 128 एलआइजी और 640 एमआइजी फ्लैट का निर्माण किया गया है। वहीं सिरोल स्थित साइट पर 384 एलआइजी और 312 एमआइजी फ्लैट्स बनाकर तैयार किए जा रहे हैं।
शिकायतों के चलते लिया निर्णय
मानपुर, महलगांव स्थित साइट पर अब रिहायश हो चुकी है। यहां 500 से अधिक परिवार रहने पहुंच चुके हैं। परिसरों में साफ-सफाई व रखरखाव का ठेका दिया गया है, लेकिन सतत निगरानी की कोई व्यवस्था नहीं है। यही कारण है कि इन स्थानों पर असामाजिक तत्वों द्वारा रहवासियों के वाहनों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही परिसर में घुसने और शराबखोरी की घटनाएं सामने आई हैं। इसको देखते हुए अब नगर निगम ने इन परिसरों में सीसीटीवी की सुविधा मुहैया कराने की तैयारी की है।