ईरान इजराइल को लगतार को जवाबी हमला करने की धमकी दे रहा है. अमेरिका ने इजराइल के बचाव के लिए अपने युद्धपोतों, सैनिकों और एयर डिफेंस सिस्टम को खाड़ी देशों में तैनात कर दिया है. अमेरिका इजराइल को ईरान के हमले से सिर्फ बचाने ही नहीं बल्कि ईरान को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए इजराइल की मदद कर रहा है.
पेंटागन के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को इजराइल को 20 अरब डॉलर से ज्यादा के लड़ाकू विमानों और दूसरे सैन्य उपकरणों की बिक्री को मंजूरी दे दी है. जिनकी मदद से इजराइल की सेना और मजबूत हो जाएगी. अमेरिका के ये आधुनिक लड़ाकू विमान ईरान पर हमला करने के लिए इजराइल के काम आ सकते हैं.
अमेरिका से क्या क्या मिलेगा इजराइल को?
पेंटागन ने एक बयान में कहा कि ब्लिंकन ने करीब 19 बिलियन डॉलर कीमत के F-15 जेट और उपकरणों की संभावित बिक्री को मंजूरी दी है. बयान के मुताबिक ब्लिंकन ने लगभग 774 मिलियन डॉलर के टैंक कारतूस और 583 मिलियन डॉलर के सेना के वाहनों की संभावित बिक्री को भी मंजूरी दी है. टैंक राउंड इजराइल को अभी मिल जाएंगे, जबकि बोइंग कंपनी के F-15 लड़ाकू विमानों के उत्पादन और डिलीवरी में कई साल लग सकते हैं.
ईरान की धमकी के बीच अमेरिका का साथ
अमेरिका इजराइल के गठन के बाद से ही इजराइल का सबसे बड़ा दोस्त बना हुआ है और मुश्किल समय में इजराइल का साथ देता आया है. 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से ही अमेरिका इजराइल को सैन्य और आर्थिक मदद देने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इजराइल के साथ खड़ा रहा है. अमेरिका ने इजराइल को हथियार देने की मंजूरी देते हुए, गाजा में युद्ध विराम की भी कोशिश की है.
हाल ही में हुई ईरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की, बेरूत में हिजबुल्लाह के सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्याओं के बाद मध्य पूर्व में युद्ध की आशंकाएं बढ़ गई हैं. ईरान और हिजबुल्लाह लगातार इजराइल से बदला लेने की धमकी दे रहे हैं.