
चंडीगढ़ में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से अब पीजीआई पर भी असर पड़ सकता है। पीजीआई की तरफ से इस संबंध में जानकारी दी गई कि वह पूरी स्थिति पर गंभीरता से नजर रख रहे हैं। अस्पताल की सुविधाएं प्रभावित न हों, इसके लिए लगातार चंडीगढ़ प्रशासन के संपर्क में हैं। पीजीआई को बिजली सप्लाई देने वाले सब स्टेशन पर SE की तैनाती कर दी गई है। वहीं कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से आधे शहर में बिजली सप्लाई ठप है। यहां तक कि पानी की सप्लाई भी बंद हो गई है। इंडस्ट्रियल एरिया में भी बिजली संकट की वजह से कामकाज बंद हो गया है। ट्रैफिक सिग्नल बंद होने से ट्रैफिक व्यवस्था भी चरमरा गई है।
बिजली विभाग के कंप्लेंट सेंटर से भी एक ही जवाब मिल रहा है कि कर्मचारी हड़ताल पर हैं, वह लौटेंगे तो लाइट चालू हो सकेगी। इससे शहर में हाहाकार मचने लगा है लेकिन अफसरों ने फोन से भी दूरी बना ली है। चंडीगढ़ के चीफ इंजीनियर सीबी ओझा के नंबर 7508185419 और प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल से 9717817444 से बिजली संकट पर बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कॉल ही रिसीव करनी बंद कर दी। वहीं, सेक्टर 16 स्थित अस्पताल में भी बिजली संकट रहा। यहां इनवर्टर से काम चलाना पड़ा। इसी बीच मेयर सर्बजीत कौर ने दावा किया है कि चंडीगढ़ प्रशासन ने पंजाब और हरियाणा से आउटसोर्स पर कर्मचारी बुलाए हैं। जल्द ही शहर में बिजली सप्लाई को सुचारू कर दिया जाएगा। हालांकि ग्राउंड लेवल पर अभी इसका असर नहीं दिख रहा है। एक के बाद एक इलाके में बिजली ठप होती जा रही है।
शहर के ज्यादातर हिस्सों में बिजली की सप्लाई न होने के कारण शहर के कारोबारी और व्यापारी वर्ग को भी झटका लगने लगा है। इंडस्ट्रियल एरिया फेज 2 में अपना व्यापार चलाने वाले नरेश कुमार ने कहा कि फेज 2 में लगभग 80 प्रतिशत एरिया में लाइट नहीं है। बिजली कर्मियों की हड़ताल शुरू होने से सुबह सेक्टर-22-ए, 35-ए, 35-बी, 43, मौलीजागरां, विकास नगर, मौली पिंड, 44, 45-सी, 45, सेक्टर 30, 42-बी, 52, 53, 53, 56, 41ए, 63, 50, किशनगढ़, 28-D, 37, 38, 38(वेस्ट), 27 और मनीमाजरा के कई हिस्सों में लाइट कट गई है शहर के कई सेक्टरों में लाइट प्वाइंट्स पर ट्रैफिक लाइट्स भी बंद रही। ऐसे में लोगों को जजमेंट्स के हिसाब से ड्राइविंग करनी पड़ रही है। कई लाइट प्वाइंट्स पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी नहीं दिखे। ट्रिब्यून चौक से आते भारी ट्रैफिक के बीच सेक्टर 20 के गुरुद्वारा चौक की लाइट भी बंद रही।

बिजली व्यवस्था संभालना छोड़ कर्मचारियों ने सेक्टर 17 में परेड ग्रांउड के पास धरना शुरू कर दिया है। उनकी पावर यूनियन बिजली विभाग के निजीकरण के फैसले के खिलाफ है और इस मुद्दे को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में भी जा चुकी है। यूनियन का दावा है कि करोड़ों का मुनाफा कमाने वाले चंडीगढ़ बिजली विभाग को कौड़ियों के भाव में बेचा जा रहा है। इसके खिलाफ देशभर के बिजली कर्मचारी एवं इंजीनियर लामबंद हो गए हैं। चंडीगढ़ में बिजली की सप्लाई ठप्प होने के कारण बच्चों की ऑनलाइन स्टडी भी प्रभावित हो रही है। दरअसल घरों में बिजली न होने से मोबाइल फोन और लैपटॉप भी बंद हो रखे हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कुछ छोटे बच्चों की फाइनल परीक्षाएं भी शुरु हो गई हैं। ऐसे में परिजनों को उनकी पढ़ाई की चिंता भी हो रही है।