ब्रेकिंग
‘ये यूपी-बिहार नहीं…’, बेंगलुरु के पार्क में हिंदू लड़के के साथ बैठी थी मुस्लिम लड़की… दोनों को ऐसा ... यूक्रेन के सूमी में रूस का विध्वंसक अटैक, दागी बैलिस्टिक मिसाइल, 21 लोगों की मौत, जबरदस्त तबाही CM रेखा की जगह पति चला रहे दिल्ली की सरकार… AAP का बड़ा आरोप दाऊद इब्राहिम से तहव्वुर राणा का कनेक्शन? मुंबई हमले की 2005 से थी तैयारी, NIA पूछताछ में बड़ा खुलास... एमपी में सहकारिता क्षेत्र में अपार संभावनाएं… शाह बोले- सहकारी समितियां अब ट्रेन टिकट से लेकर गैस तक... युवती पर पड़ोसी ने फेंका खौलता तेल, गंभीर रूप से झुलसी; आरोपी अरेस्ट 5 मैच हारकर भगवान राम की शरण में CSK, कई खिलाड़ियों ने राममंदिर में किया दर्शन पूजन; हनुमानगढ़ी भी प... कश्मीर में नशा तस्करों का सफाया करेगा ‘सफा’, ANTF के प्लान से दहशतगर्दों का बचना नामुमकिन ओवरटेक करते ट्रॉला से टकराई कार, मासूम बच्ची समेत 5 लोगों की मौत; खाटू श्याम जा रहा था परिवार वक्फ बिल के विरोध में जल रहा है मुर्शिदाबाद, पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान की चाय की चुस्कियों वाले पोस्...
धार्मिक

शनि साढ़े साती से जीवन में हो रही उथल-पुथल तो रोज करें इन मंत्रों का जाप

पौराणिक मान्यता के मुताबिक, शनिदेव का भगवान सूर्य का पुत्र और न्याय का देवता माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिदेव सभी जातकों को उनके कर्म के अनुसार फल देते हैं। जो व्यक्ति अच्छे काम करता है तो शनिदेव उसका जीवन सुखों से भर देते हैं। ज्योतिष के मुताबिक बुरे काम करने पर शनि देव साढ़ेसाती या ढैय्या के दौरान जातक का जीवन पीड़ादायक बना देते हैं। ऐसे में यदि आप शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित हैं तो पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक इन मंत्रों का जाप रोज कर सकते हैं।

शनि महामंत्र

ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।

छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥

शनि दोष निवारण मंत्र

ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।

उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।

शनि का पौराणिक मंत्र

ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।

छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।

शनि का वैदिक मंत्र

ऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।

शनि गायत्री मंत्र

ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।

ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः।

सेहत के लिए शनि मंत्र

ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिहा।

कंकटी कलही चाउथ तुरंगी महिषी अजा।।

शनैर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्।

दुःखानि नाश्येन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखमं।।

तांत्रिक शनि मंत्र

ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।

महामृत्युंजय मंत्र

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

अन्य शनि मंत्र

ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमंते

टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा।

ऊँ नमो भगवते पंचवदनाय पश्चिमुखाय गरुडानना

मं मं मं मं मं सकल विषहराय स्वाहा।।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Related Articles

Back to top button