पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आने वाले टिड्डी के झुंडों ने गुजरात में आतंक मचा दिया है। टिड्डी दल के हमले से बनासकांठा और मेहसाणा जिलों में सरसों, अरंडी और गेहूं की फसल नष्ट हो गई है, जिससे किसानों में हड़कंप मच गया हैं। बेबस किसान कहीं ताली बजाकर तो कहीं हाथों में बंदूक लेकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास कर रहे हैं।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कि किसानों को फसलों के नजदीक खेतों में टायर जलाने, ढोल बजाने, बर्तन बजाने, टेबल फैन चलाने जैसे विभिन्न कदम उठाने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि बनासकांठा में टिड्डियों को रोकने के लिए 18 टीम बनाई गई हैं और किसानों के लिए एक हेल्पलाइन स्थापित की गई है। दरअसल टिड्डियां एक सप्ताह पूर्व सबसे पहले बनासकांठा जिले की सुइगाम, दांता, डीसा, पालनपुर और लखनी तालुकाओं के गांवों में देखी गईं। इसके बाद ये पास के मेहसाणा जिले की सतलसना तालुका के गांवों में भी फैल गईं।
गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि इन टिड्डियों ने पाकिस्तान के रेगिस्तानी इलाकों से गुजरात में प्रवेश किया। एक महीने में यह दूसरी बार है जब टिड्डियों ने उत्तरी गुजरात में हमारे खेतों पर धावा बोला है। स्थानीय प्रशासन और कृषि विभाग स्थिति से निपट रहा है। दरअसल यह टिड्डी दिन के दौरान उड़ते हैं और रात में फसलों पर बैठ जाते हैं, जिससे किसानों को उन्हें भगाने काफी परेशानी होती है।