आज भी जस के तस खड़ी है स्व जुदेव की आदमकद प्रतिमा, पूरे 9 साल होने को हैं लेकिन आज तक भी…….पढिये पूरी रिपोर्ट जानिए देश के इस दमदार नेता का इतिहास और………

जशपुर।। छग भाजपा के पुरोधा स्व दिलीप सिंह जूदेव की आज जन्म जयंती है और इस जन्म जयंती के मौके पर भी जूदेव नगरी जशपुर में स्व जुदेव की प्रतिमा का अनावरण नहीं हो पाया ।बीते दिसम्बर 13 को स्व जुदेव की प्रतिमा का अनावरण करने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आना था लेकिन ठीक समय पर corona की तीसरी लहरकी दस्तक हो गई और अनावरण की तिथि टाल दी गयी।माना जा रहा था कि 13 दिसम्बर की तिथि टलने के बाद स्व जुदेव की जन्म जयन्ती के अवसर पर उनकी आदमकद प्रतिमा का अनावरण हो जाएगा लेकिन आज 8 मार्च आ गया और आज के दिन भी उनकी प्रतिमा जस के तस खड़ी है अनावरण नहीं हो पाया ।
यह बताना जरुरी है कि स्व दिलीप सिंह जूदेव का बिगत 2013 में निधन हो गया था और निधन के बाद प्रदेश के तात्कालीन मुख्य्मंत्री ने उनकी आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की थी। कुंनकुरी और जशपुर में स्व जुदेव की प्रतिमा स्थापित किये जाने की घोषणा की गई थी ।कुनकुरी में तो किसी तरह उनकी प्रतिमा स्थापित हो गई और प्रतिमा का अनावरण भी हो गया लेकिन जुदेव नगरी कहे जाने वाले स्व जुदेव के गृहनगर जशपुर में आजतक याने 9वे साल भी उनकी प्रतिमा का अनावरण अधर में लटका हुआ है ।
स्व जुदेव की प्रतिमा स्थापित होने से लेकर अनावरण की स्थिति तक पहुंचने के दौरान प्रदेश की तात्कालीन भाजपा सरकार की बहुत फजीहत हो चुकी है और वर्तमान में अनावरण में लेट लतीफी को लेकर भाजपा के बड़े नेताओं को आये दिन ताने सुनने पड़ते है ।

काँग्रेस तो काँग्रेस भाजपा के लोग खाशकर जुदेव समर्थक भाजपा कार्यकर्ताओं में पार्टी के बड़े नेताओं को ताना मारने से नहीं चूकते । देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के कद्दावर और देश भर में दमदार नेता के रूप में जाने जाने वाले स्व दिलीप सिंह जूदेव जैसी सियासी हस्ती की प्रतिमा तक का स्थापित न हो पाने से जुदेव समर्थकों में काफी लंबे समय से रोष वयाप्त है । खुद स्व जुदेव के बेटे स्व युद्धवीर कई बार इस बात पर खुलकर नाराजगी जाहिर कर चुके थे।
यह बताना जरूरी है कि स्व दिलीप सिंह जुदेव न केवल जशपुर और छग बल्कि पूरे देश मे अलग पहचान रखने वाले नेता थे। उन्होंने राष्ट्रवयपी मिशन ऑपरेशन घरवापसी की शुरुआत की थी और धर्मांतरण का खुलकर विरोध किया था । 2003 के छग विधानसभा चुनाव में उन्होंने प्रदेश के तात्कालीन मुख्य्मंत्री अजीत जोगी हो हराने के लिए अपनी मूंछ को दांव पर लगा दिया था। कहते हैं 2003 में जोगी सरकार को हराने में सबसे बड़ी भूमिका दिलीप सिंह जूदेव की थी और उन्ही के दम पर छग में 2003 में न केवल भाजपा की सरकार बनी बल्कि प्रदेश में 15 वर्षो तक भाजपा ने राज किया ।