New Year
Breaking
गोपलगंज।मांझागढ़ में रामनवमी शोभा यात्रा पर दिखा अदभुत नजारा । ताइवान की राष्ट्रपति अमेरिका पहुंचीं, विरोध के साथ स्वागत भी हुआ  हीरानगर में ग्रेनेड से हमला, एक पुलिसकर्मी हुआ घायल मामा अपने भांजों को पिलाते हैं पानी, आम देते हैं उपहार, यह है मान्यता सौतेली बेटी के साथ पिता ने किया दुष्कर्म, लोगों ने आरोपी को पकड़ा कांग्रेस नेता चिदंबरम ने माना, राहुल गांधी को जनता का समर्थन नहीं मिल रहा  शराब और बीयर 1 अप्रैल से महंगी होगी, जानें कितना बढ़ा दाम भारत के इस बल्लेबाज ने बदल दिया टी20 क्रिकेट खेलने का अंदाज खरबूजा खाने के फायदे, उपयोग, न्यूट्रिशन और साइड इफेक्ट एलजी ने पास किया डीडीए का 7643 करोड़ का बजट, ढांचे के लिए कई अहम फैसले

150 रुपये/ लीटर हो जाएंगी पेट्रोल की कीमतें, पुतिन के इस कदम से भारत को नुकसान!

Whats App

अमेरिका और ब्रिटेन ने रशिया के तेल और गैस आयात पर प्रतिबंध लगाए दिया है, लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने चेतावनी दी है कि ऐसा होने से वो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की सप्लाई रोक देंगे. अगर रशिया ऐसा कदम उठाता है तो कच्चे तेल की कीमतें 300 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएंगी.

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जंग लगातार 14 दिनों से जारी है. रूस लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है और उसकी सेना धीरे-धीरे कीव की ओर बढ़ती ही जा रही है. इस बीच अमेरिका और ब्रिटेन ने रशिया के तेल और गैस आयात पर प्रतिबंध लगाए दिया है, लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने चेतावनी दी है कि ऐसा होने से वो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की सप्लाई रोक देंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि यूरोप को उसकी जरूरत की गैस सप्लाई भी बंद कर दी जाएगी.

रूस के इस कदम से क्या होगा असर?

Whats App

इस महायुद्ध से रूस की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है और इसके सबूत भी मिलने लगे हैं. अगर रशिया (Russia) कच्चे तेल की सप्लाई (Crude Oil Supply) रोकता है तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Price) 300 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएंगी, जो पहले से ऐतिहासिक स्तर पर हैं. रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से कच्चे तेल की कीमतें 139 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई, जो 2008 के बाद की सबसे ज्यादा कीमतें हैं.

क्रूड ऑयल की कीमतों में होगा अप्रत्याशित उछाल

रूसी उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक (Alexander Novak) ने एक बयान में कहा, ‘यह बिल्कुल स्पष्ट है कि रूसी तेल की अस्वीकृति से वैश्विक बाजार के लिए विनाशकारी परिणाम होंगे. कीमतों में अप्रत्याशित उछाल होगा. यह 300 डॉलर प्रति बैरल होगा.’ नोवाक ने कहा कि रूस से प्राप्त होने वाले तेल की मात्रा को बदलने के लिए यूरोप को एक वर्ष से अधिक समय लगेगा और उसे काफी अधिक कीमत चुकानी होगी.

भारतीयों की जेब पर पड़ेगा सीधा असर

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Price) और बढ़ती हैं तो इसका सीधा असर भारत और भारत के आम लोगों की जेब पर पड़ेगा. कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने के बाद हो सकता है कि पेट्रोल (Petrol Price in India) आने वाले महीनों में 150 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को भी पार कर जाए. हालांकि ये सरकार के ऊपर है कि वो अपनी जेब से कितने पैसे खर्च कर आम लोगों को राहत दे.

ताइवान की राष्ट्रपति अमेरिका पहुंचीं, विरोध के साथ स्वागत भी हुआ      |     हीरानगर में ग्रेनेड से हमला, एक पुलिसकर्मी हुआ घायल     |     मामा अपने भांजों को पिलाते हैं पानी, आम देते हैं उपहार, यह है मान्यता     |     सौतेली बेटी के साथ पिता ने किया दुष्कर्म, लोगों ने आरोपी को पकड़ा     |     कांग्रेस नेता चिदंबरम ने माना, राहुल गांधी को जनता का समर्थन नहीं मिल रहा      |     शराब और बीयर 1 अप्रैल से महंगी होगी, जानें कितना बढ़ा दाम     |     भारत के इस बल्लेबाज ने बदल दिया टी20 क्रिकेट खेलने का अंदाज     |     खरबूजा खाने के फायदे, उपयोग, न्यूट्रिशन और साइड इफेक्ट     |     एलजी ने पास किया डीडीए का 7643 करोड़ का बजट, ढांचे के लिए कई अहम फैसले     |     गोपलगंज।मांझागढ़ में रामनवमी शोभा यात्रा पर दिखा अदभुत नजारा ।     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374