राजौरी-पुंछ में पुराने आतंकी कमांडरों से हिंसा भड़काने की साजिश, सरहद पार जगह-जगह छोटे-छोटे दल घुसपैठ के लिए तैयार
राजौरी : नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे जम्मू संभाग के राजौरी और पुंछ जिलों में आतंकी हिंसा भड़काने के लिए बड़ी साजिश रची गई है। कश्मीर में सरहद पर सख्ती बढऩे के बाद पाकिस्तान ने राजौरी और पुंछ जिलों में जगह-जगह आतंकियों को छोटे-छोटे दल में घुसपैठ के लिए तैयार कर रखा है। इनमें कुछ पुराने आतंकी कमांडर भी शामिल हैं जो दोनों जिलों की भौगोलिक स्थिति से वाकिफ हैं। अलबत्ता साजिशों को नाकाम बनाने के लिए पूरी एलओसी पर सेना के जवान पूरी मुस्तैद हैं
सूत्रों का कहना है कि सीमा पार तत्तापानी, निकेयाल, अग्रिम बालाकोट, डेरी डब्बसी, लंजोट, रेड कठार, अग्रिम तरकुंडी , रावलाकोट आदि कई ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें पाक सेना, पाक की खुफिया एजेंसी आइएसआइ व आतंकी कमांडरों ने लांङ्क्षचग पैड बनाकर रखे हुए हैं। यहां काफी संख्या में नए व पुराने आतंकियों को रखा गया है। मौका मिलते ही इन आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवा दिया जाएगा। फिलहाल अभी एलओसी से सटे क्षेत्रों में इतनी बर्फ नहीं पड़ी कि जिससे रास्ते बंद हो गए हों। इससे पहले कि दोबारा मौसम बिगड़े आतंकी मौका पाकर घुसपैठ कर सकते हैं। कुछ समय में राजौरी व पुंछ जिलों में आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
हर ग्रुप में तीन से चार आतंकी : मौजूदा समय में दोनों जिलों में सात आतंकी ग्रुप मौजूद हैं। हर ग्रुप में तीन से चार आतंकी मौजूद हैं। पहले यह आतंकी सीमा पार करके बाद कश्मीर चले जाते थे, लेकिन जब से कश्मीर में सुरक्षा बलों के हाथों आतंकी मारे जा रहे हैं तब से सीमा पार से यही प्रयास हो रहा है अधिक से अधिक आतंकियों को राजौरी व पुंछ भेजा जाए। आतंकियों ने 18 रोज पहले पुंछ के चमरेड़ जंगल में और उसके बाद भाटाधुलियां के जंगल में हमले करके नौ चार जवानों को शहीद कर दिया था। अभी तक एक भी आतंकी नहीं मारा गया
नए युवाओं को बरगलाया जा रहा : राजौरी व पुंछ दोनों जिलों में कई ऐसे आतंकी थे जिन्होंने जमकर खून खराबा किया। उसके बाद सुरक्षित सीमा पार करके गुलाम कश्मीर में चले गए। वहां पर मौजूद आतंकी प्रशिक्षण शिविरों में आने वाले युवाओं को प्रशिक्षण देने के साथ उनके दिमाग में जिहाद भरने लगे। आतंकी संगठनों व पाक की खुफिया एजेंसी ने पुराने आतंकियों को सीमा पार करवाकर भारतीय क्षेत्र में भेजना शुरू कर दिया है जो फिर से आतंकवाद को जीवित करने के साथ नए युवाओं को आतंकी बनाने के लिए बरगलाया जा रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञ के अनुसार जम्मू कश्मीर में हालात लगभग सामान्य होते देख आतंकी संगठन बौखला चुके हैं। वे अब जम्मू संभाग को अपना निशाना बनाने की फिराक में हैं।