
बेगूसराय। अगले माह बहन की शादी होनी है। शादी में आने के लिए लेफ्टिनेंट भाई ने छुट्टी के लिए आवेदन दिया था, परंतु घर आने से पूर्व ही वह कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में हुए विस्फोट में शहीद हो गए। शनिवार को आइडी ब्लास्ट में उनके साथ एक जवान भी शहीद हो गए। लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन उर्फ ऋषि कुमार बेगूसराय के निवासी थे। शहर के जीडी कालेज के पीछे स्थित पिपरा रोड में उनका परिवार रहता है। वे नौसेना में थे। उनके परिवार का सेना से गहरा नाता है। परिवार के कई और सदस्य भी सेना की सेवा में हैं
केवल 24 साल के थे ऋषि रंजन
उनके मामा सह धर्मरथ बस सर्विसेज के मालिक सुदर्शन सिंह ने बताया कि ऋषि रंजन, राजीव रंजन के इकलौते बेटे थे। उनकी दो बहनों में बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। छोटी की शादी अगले माह होनी है। वह नौशेरा में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। वहां ब्लास्ट में उनकी मौत हो गई। ऋषि रंजन 24 साल के थे।

लखीसराय जिले के पिपरिया के हैं निवासी
ऋषि के पिता राजीव मूल रूप से लखीसराय जिला के पिपरिया के निवासी हैं। 40-45 वर्षों से बेगूसराय में ही मकान बनाकर रहते हैं। फर्नीचर का कारोबार करते हैं। बड़ी बहन और बहनोई दोनों सेना में हैं और असम में पोस्टेड हैं। परिवार को यह जानकारी मिलते ही कोहराम मच गया। शनिवार की शाम से ही आसपास के लोगों की भीड़ घर पर जुटने लगी थी।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जताई सांत्वना
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शहीद के स्वजनों से बात कर उन्हें ढाढ़स बंधाया। उम्मीद है कि वे आज शहीद के घर भी जा सकते हैं। केंद्रीय मंत्री अभी बेगूसराय में ही हैं। उन्होंने इस घटना को बेहद मर्माहत करने वाली बताया। कहा कि सरकार इस मुश्किल घड़ी में शहीद के परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है।