नरेंद्र मोदी की रैली में सीरियल ब्लास्ट करने वाले नौ आतंकियों को थोड़ी देर में सजा, एनआइए कोर्ट में सुनवाई पूरी
पटना। भाजपा की ओर से से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की हुंकार रैली (Hunakar Rally) के दौरान पटना में हुए सिलसिलेवार धमाके के मामले में नौ दोषियों को सजा का एलान आज शाम के तीन बजे कर दिया जाएगा। पटना की एनआइए कोर्ट में सजा के बिंदु पर सुनवाई पूरी कर ली गई है। एनआइए कोर्ट के विशेष जज गुरविंदर सिंह मल्होत्रा सजा सुनाएंगे। इस मामले में आठ साल तक जेल में रहे यूपी के एक शख्स फकरुद्दीन को निर्दोष पाते हुए कोर्ट ने रिहा कर दिया था। इस केस में कई ऐसे आरोपित हैं, जिनपर बोधगया के महाबोधि मंदिर में धमाके में भी शामिल होने का आरोप है। वर्ष 2013 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पटना में चुनावी सभा करने आए थे। इस दौरान गांधी मैदान (Gandhi Maidan Blast Case) और पटना जंक्शन पर सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे, जिनमें कम से कम छह लोगों की जान गई थी और कई घायल भी हुए थे।
कई स्तर की सुरक्षा के बीच आतंकियों की कोर्ट में होगी पेशी
दोषी करार दिए गए आतंकियों को बेउर जेल से एनआइए कोर्ट तक भारी सुरक्षा के बीच ले जाया जाएगा। सुरक्षा के लिए एसपी सिटी के साथ ही डीएसपी स्तर के तीन अधिकारियों एवं आधा दर्जन थानों की पुलिस को लगाया गया है। खुफिया विभाग की टीम के साथ ही एटीएस एवं एसटीएफ को भी अलग से लगाया गया है।
बेउर जेल से एनआइए कोर्ट तक चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के इंतजाम
सभी दोषियों को एक बस में जेल से कोर्ट तक ले जाया जाएगा। एनआइए के अनुरोध पर पटना पुलिस की ओर से सुरक्षा-व्यवस्था काफी सख्त रहेगी। बेउर जेल से एनआइए कोर्ट तक चप्पे-चप्पे पर पटना पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। बेउर जेल के बाहर बीएमपी के जवानों को लगाया गया है। सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो, इसके लिए सादी वर्दी में भी जगह-जगह पर पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। न्यायालय एवं बेउर जेल की सुरक्षा को चाक-चौबंद किया गया है।
बम स्क्वाड भी रहेगा तैयार, बाइक पर सवार पुलिसकर्मी करेंगे एस्कार्ट
न्यायालय परिसर में अनाधिकृत रूप से किसी के प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई है। जिस गाड़ी से उसे बेउर जेल से न्यायालय तक ले जाया जाएगा उसकी बम स्क्वाड टीम के साथ ही श्वान दस्ता से पहले तलाशी कराई जाएगी। सुरक्षा कारणों से वैन में साथ में रहने वाले सुरक्षाकर्मियों को उनसे अलग रखा जाएगा। आतंकियों को एस्कार्ट कर ले जाने के लिए बाइक सवार पुलिसकर्मियों को भी लगाया गया है।