Breaking
25 हजार करोड़ के बैंक घोटाले मामले में अजित पवार की पत्नी को क्लीन चिट बस्तर के हेमचंद मांझी को पद्मश्री पुरस्कार, CM विष्णु देव साय ने दी अपनी शुभकामनाएं चिंता मत करना, लड़ाई जारी है… तिहाड़ जेल में केजरीवाल ने सौरभ भारद्वाज से क्यों कही ये बात? जबलपुर: नवनियुक्त डीन डॉक्टर नवनीत सक्सेना ने संभाला पदभार सिंधिया के लिए चुनाव अभियान में जुटी प्रियदर्शनी, ग्रामीण बच्चे के साथ खेला कैरम, खूब लगाए शॉट सैम पित्रोदा का बयान अच्छा, मेरी बात ही कांग्रेस का पक्ष… विरासत कर पर क्या बोल गए उदित राज? इंदौर के चिड़ियाघर में रतलाम से लाई गई मादा तेंदुए की हालत में अब सुधार है। मादा तेंदुए को गंभीर हालत... मौत के मुंह से लौटी मादा तेंदुआ, रतलाम से गंभीर हालत में लाई गई थी इंदौर जंगल में मोर का शिकार कर रहे दो शिकारी वन अमले ने पकड़े, 6 चकमा देकर हुए फरार... जब मौत के बाद बेटी की शादी में पक्षी बनकर पहुंचे पिता, सभी लोग हो गए हैरान...

गोपालगंज।टेस्ट, ट्रैक एवं ट्रीट की रणनीति. कोरोना के ख़िलाफ़ सबसे बड़ा हथियार

Whats App

कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए टीकाकरण व जांच संख्या बढ़ाने पर बल

कोविड संक्रमण के प्रसार के प्रति सजग व सर्तक रहने के के लिए किया आगाह

गोपालगंज: कोविड 19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान कई राज्यों में कोविड संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिला है. कोविड संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर कई राज्यों ने लॉकडाउन लगाया ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके. अब लॉकडाउन हटा लिया गया है अथवा कुछ विशेष नियमों के साथ प्रतिबंध को ढ़ीला किया गया है. लॉकडाउन हटा लिये जाने के कारण लोगों की भीड़ बाजार में बढ़ी है. इससे संक्रमण के प्रसार की संभावना बढ़ सकती है. इस दिशा में भारत सरकार के गृह सचिव ने सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को कोविड अनुरूप व्यवहारों का अनुश्रवण तथा नियमित जांच व आवश्यक इलाज सुविधा मुहैया कराते हुए संक्रमण के प्रति सर्तक रहने के लिए कहा है.

Whats App

गृह सचिव ने मुख्य सचिवों को लिखा पत्र:

भारत सरकार के गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों व संघ प्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र के माध्यम से कहा है, हालांकि विभिन्न राज्यों में कोविड के एक्टिव मामलों में तेजी से कमी आयी है और इसे देखते हुए लॉकडाउन के नियमों में लोगों को छूट दी है एवं कोविड संक्रमण के मामलों की जमीनी स्तर पर स्थितियों का जायजा लेते हुए प्रतिबंध के नियमों को आसान किया गया है. लेकिन राज्यों व संघ प्रशासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करना है कि लॉकडाउन हटाने से पूर्व सभी तरह की प्रक्रियाओं की ध्यानपूर्वक जांच कर ली गयी है।

टेस्ट,ट्रैक एवं ट्रीट के नियमों के पालन पर बल:
गृह सचिव ने कहा है प्रतिबंधों को हटाने के साथ यह महत्वपूर्ण है कि कोविड अनुरूप व्यवहार का अनुपालन, कोविड टीकाकरण तथा टेस्ट—ट्रैक—ट्रीट के नियमों का अनुपालन किया जा रहा हो. संक्रमण का प्रसार न हो इसके लिए कोविड अनुरूप व्यवहारों का लगातार अनुश्रवण किया जाता रहे. कोविड अनुरूप व्यवहारों में मास्क का इस्तेमाल, हाथों की सफाई, शारीरिक दूरी तथा कमरों में पर्याप्त वेंटिलेशन आदि नियम शामिल हैं. गृहसचिव ने आगाह किया है कि कई राज्यों में लॉकडाउन के हटने से बाजार आदि में पुन: लोगों की भीड़ जमा होने लगी है. इस दौरान कोविड अनुरूप व्यवहारों के नियमों का पालन नहीं हो रहा है. इसलिए यह जरूरी है कि इन नियमों के पालन हर हाल में करवाया जाना सुनिश्चित हो. वहीं संक्रमण के लंबे समय तक रहने की संभावना के कारण टेस्ट—ट्रैक—ट्रीट की रणनीति को प्रभावी बनाया जाना महत्वपूर्ण है. इसके लिए कोविड संक्रमण की जांच की संख्या में कमी नहीं आये तथा संक्रमण के विभिन्न लक्षणों पर नजर रखा जाये. साथ कोविड 19 टीकाकरण की गति को बढ़ाया जाये ताकि कोरोना की बढ़ती चेन को रोका जा सके।

 

25 हजार करोड़ के बैंक घोटाले मामले में अजित पवार की पत्नी को क्लीन चिट     |     बस्तर के हेमचंद मांझी को पद्मश्री पुरस्कार, CM विष्णु देव साय ने दी अपनी शुभकामनाएं     |     चिंता मत करना, लड़ाई जारी है… तिहाड़ जेल में केजरीवाल ने सौरभ भारद्वाज से क्यों कही ये बात?     |     जबलपुर: नवनियुक्त डीन डॉक्टर नवनीत सक्सेना ने संभाला पदभार     |     सिंधिया के लिए चुनाव अभियान में जुटी प्रियदर्शनी, ग्रामीण बच्चे के साथ खेला कैरम, खूब लगाए शॉट     |     सैम पित्रोदा का बयान अच्छा, मेरी बात ही कांग्रेस का पक्ष… विरासत कर पर क्या बोल गए उदित राज?     |     इंदौर के चिड़ियाघर में रतलाम से लाई गई मादा तेंदुए की हालत में अब सुधार है। मादा तेंदुए को गंभीर हालत में इलाज के लिए इंदौर के अस्पताल में भेजा गया था। पूरा मामला रतलाम फॉरेस्ट रेंज का है जहां बरोदा कुल गांव से एक मादा तेंदुए गंभीर घायल हालत में रेस्क्यू किया गया था और उसे इंदौर के चिड़ियाघर इलाज के लिए भेजा गया था। इस मामले में इंदौर जू प्रभारी उत्तम यादव ने बताया कि इसकी मरणासन्न स्थिति थी। मादा तेंदुए को शरीर में काफी चोटे थी। साथ ही इसे गर्मी के कारण डीहाइड्रेशन भी था और काफी समय से शिकार भी नहीं किया था। पर अब हालात में सुधार है। ये चलने फिरने लग गई है। उसकी उम्र लगभग 10 से 12 वर्ष है और इसी कारण रिकवर करने में थोड़ी तकलीफ आ रही है और हम फिर भी इलाज कर रहे हैं।     |     मौत के मुंह से लौटी मादा तेंदुआ, रतलाम से गंभीर हालत में लाई गई थी इंदौर     |     जंगल में मोर का शिकार कर रहे दो शिकारी वन अमले ने पकड़े, 6 चकमा देकर हुए फरार…     |     जब मौत के बाद बेटी की शादी में पक्षी बनकर पहुंचे पिता, सभी लोग हो गए हैरान…     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374