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वक्फ संशोधन बिल पर कांग्रेस ने शुरू की तैयारी, शाम 6 बजे खरगे ने बुलाई बैठक, कल सांसदों संग मीटिंग करेंगे राहुल

वक्फ संशोधन विधेयक बुधवार को लोकसभा में विचार और पारित कराने के लिए लाया जाएगा. बीजेपी ने अपने सभी सांसदों से कल सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है. उधर, बिल का विरोध कर रही कांग्रेस ने भी कमर कस रखी है. कांग्रेस ने भी अपने सभी सांसदों से कहा है कि वो कल लोकसभा में मौजूद रहें. साथ ही सुबह 9.30 बजे राहुल गांधी के साथ सांसदों की बड़ी बैठक होगी. इसमें भी सभी सांसदों की मौजूदगी अनिवार्य है. इस बैठक से पहले मंगलवार शाम 6 बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ विपक्षी दलों के फ्लोर लीडर्स की बैठक होगी.

सदन में बिल आने से पहले मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक हुई. बैठक में विपक्ष ने विधेयक पर चर्चा के लिए 12 घंटे का समय मांगा. जबकि सरकार ने कम समय रखने पर जोर दिया. इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई. विपक्षी दलों के नेता बैठक छोड़कर बाहर आ गए. लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने कहा, हम बैठक से बाहर इसलिए आए क्योंकि सरकार अपना एजेंडा थोप रही है. विपक्ष को मौका ही नहीं दिया जा रहा.

हमारी सलाह को नजरअंदाज किया जा रहा

उन्होंने कहा, हमने वक्फ संशोधन अधिनियम पर व्यापक चर्चा की मांग की है लेकिन हमारी बात नहीं मानी जा रही है. हमने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन के प्रस्ताव के लिए उचित समय आवंटित करने का अनुरोध किया है लेकिन हमारी सलाह को नजरअंदाज किया जा रहा है. हमने वोटर आईडी और उन्हें आधार से जोड़ने के फैसले के संबंध में नियम 193 के तहत चर्चा की भी मांग की है. सभी विपक्षी दलों ने इसकी मांग की है लेकिन इस पर विचार नहीं किया गया.

सत्ता पक्ष की सनक दिखाई दे रही है

बीएसी की बैठक में सत्ता पक्ष की सनक दिखाई दे रही है. विपक्ष को कोई जगह नहीं दी जा रही है. कोई दूसरा विकल्प न होने के कारण हमें बाहर निकलना पड़ा क्योंकि वो मणिपुर, वक्फ बिल, वोटर आईडी और ईपीआईसी कार्ड जैसे मुद्दों को महत्व नहीं दे रहे हैं. वो सामाजिक न्याय, रक्षा या विदेश मामलों पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं. इसके बजाय केवल अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं. यह सदन किसी एक पार्टी का नहीं हो सकता. यह जनता सदन का है.

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