गुरदासपुर पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद अब राजनीतिक और आर्थिक मुद्दे ही नहीं बल्कि सामाजिक और पारिवारिक मुद्दे भी प्रभावित हो रहे हैं जिसका खामियाजा पाकिस्तान से विवाह कर भारत में रह रही पाकिस्तानी लड़कियों और अन्य पारिवारिक सदस्यों को भी भुगतना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला गुरदासपुर जिले के सठियाली गांव में सामने आया, जहां एक युवक सोनू मसीह पुत्र बलदेव मसीह ने पाकिस्तान के गुजरांवाला जिले में रहने वाली अपने ही धर्म की लड़की समुयान की बेटी मारिया से करीब एक साल पहले 8 जुलाई 2024 को शादी कर ली थी।
इस अवसर पर युवक व उसकी पत्नी, जो लगभग 8 माह की गर्भवती है, ने अपने सास ससुर व पारिवारिक सदस्यों की उपस्थिति में बताया कि अब प्रशासन द्वारा उसे तुरंत भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है, जिसके कारण वे एक बड़े पारिवारिक संकट व मानसिक संकट में फंस गए हैं। मारिया ने पंजाब सरकार और भारत सरकार से अपील की कि ऐसी विवाहित लड़कियों को इस आदेश से छूट दी जाए। इस समय परिवार के लोग भी काफी मानसिक तनाव में हैं और बार-बार कश्मीर में आतंकी हमले को अंजाम देने वालों को कोस रहे हैं। परिजनों और ग्रामीणों ने भारत सरकार से इस मामले में राहत प्रदान करने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि मारिया इस समय लगभग 8 माह की गर्भवती हैं। इन हालातों में मारिया को लेकर परिवार और उसके पति काफी चिंतित हैं और मारिया भी इस हालत में वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहती। मारिया विवाह के बाद 45 दिन के वीजा पर भारत आई थी। उसके बाद वह 45-45 दिन का वीजा अवधि बढ़ा रही है तथा उसने अब भी 45 दिन का वीजा बढ़ाने के लिए भारत सरकार के पास प्राथना पत्र दे रखा है। उधर, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का कहना है कि ऐसे मामलों में केंद्र सरकार के आदेशों का सख्ती से पालन कराना उनका कर्तव्य है। डीएसपी कुलवंत सिंह ने बताया कि सरकार के आदेशों का पालन करते हुए कानून के अनुसार पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा जा रहा है।
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