अयोध्या में सरयू नदी की पावन धारा इस समय संकट में है. गर्मी की शुरुआत होते ही नदी का जलस्तर लगातार घटता जा रहा है. हालात ऐसे बन गए हैं कि श्रद्धालुओं को आचमन और स्नान के लिए तपती धूप में रेत के टापू पार करने पड़ रहे हैं. श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या, जहां सरयू नदी को जीवनदायिनी और मोक्षदायिनी माना जाता है. वहीं अब घाटों पर सरयू की जलधारा दूर होती जा रही है.
यहां राम की पैड़ी, बाबूगढ़ी, जानकी घाट और गुप्तार घाट जैसे प्रमुख घाटों पर श्रद्धालु घुटने भर पानी में स्नान को मजबूर हैं. बीते दिनों में सरयू के जलस्तर में लगातार गिरावट दर्ज की गई है. 28 अप्रैल को जहां इस नदी का जलस्तर 88.14 मीटर था, वहीं 1 मई को यह घटकर 88.06 मीटर पर आ गया. रोजाना लगभग चार सेंटीमीटर की गिरावट चिंताजनक है.
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