उन्होंने पहलगाम में गोली मारी-भारत ने चीथड़े उड़ा दिए, जानिए ऑपरेशन सिंदूर में कौन-कौन से हथियार इस्तेमाल हुए

भारत ने पहलगाम में आतंकी हमले का बदला ले लिया है. उसने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया है कि वो वर्षों तक इसे याद रखेगा. भारत की जांबाज सेना ने पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर हमला कर 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया है. इस अभियान को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया. इस हमले में भारत ने ऐसे हथियारों का इस्तेमाल किया, जिसमें पाकिस्तान के चीथड़े उड़ गए.
हमले में इस मिसाइल का इस्तेमाल
भारत ने स्कैल्प मिसाइल से पाकिस्तान पर हमला किया. मिसाइल को राफेल विमान से लॉन्च किया गया. स्कैल्प मिसाइल की स्पीड Mach पॉइंट 8 है. ये 560-600 किलोमीटर तक मारने में सक्षम है. ये दुश्मन के रडार को चकमा देने में सक्षम है. स्कैल्प मिसाइल ‘किल वेब’ रणनीति का हिस्सा है. भारत के पास 300 से अधिक स्कैल्प मिसाइलें हैं.
ऐसा समझा जाता है कि भारत ने हमले में स्टैंड-ऑफ हथियारों, ड्रोन और गोला-बारूद के साथ-साथ अन्य हथियारों का भी इस्तेमाल किया.
पहलगाम हमले का बदला
पहलगाम आतंकवादी हमले के दो हफ्ते बाद भारत की यह कार्रवाई हुई है. रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है, ये कदम बर्बर पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी. इसमें कहा गया है, हम इस प्रतिबद्धता पर कायम हैं कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा. इस कारवाई के तत्काल बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया, भारत माता की जय.
25 मिनट में 21 जगहों पर हमला
सेना के मुताबिक, भारत ने रात 1 बजकर 5 मिनट पर हमले को अंजाम दिया. 1.30 बजे हमला खत्म हुआ. इन 25 मिनट में पाकिस्तान में 21 जगहों पर हमले किए गए. आतंकियों के ठिकाने को निशाना बनाया गया. हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए. भारत की इस स्ट्राइक में आतंकी मसूद अजहर का परिवार भी खत्म हो गया. उसके खानदान के 10 लोगों की मौत हुई है.
धर्म और नाम पूछकर मारी गई थी गोली
पाकिस्तान से आए आतंकियों ने पहलगाम में लोगों से उनके नाम और धर्म पूछकर गोली मारी थी. जिन लोगों पर गोली बरसाई गई थी वो पर्यटक थे. हमले में खासतौर से पुरुषों को निशाना बनाया गया था. इस अटैक के बाद से भारत में गुस्से का माहौल था. पाकिस्तान पर एक्शन की मांग की जा रही थी. पीएम मोदी ने इसकी शुरुआत 23 अप्रैल को शुरू कर दी थी. उन्होंने सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया था. इसके अलावा राजनयिक संबंधों में कटौती कर दी थी. यही नहीं उसने पाकिस्तान से कारोबार को भी बंद कर दिया.