शुभमन गिल, ऋषभ पंत, केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह… टीम इंडिया का नया टेस्ट कप्तान कौन? इस खिलाड़ी के फेवर में ये 5 फैक्टर
रोहित शर्मा रिटायर हो गए. अब सवाल है कि टीम इंडिया का नया टेस्ट कप्तान होगा? कौन होगा जो इंग्लैंड में टीम की कमान संभालेगा? कौन होगा जो टेस्ट क्रिकेट में टीम को और आगे ले जाएगा? इसे लेकर शुभमन गिल, ऋषभ पंत, केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह के नाम सामने आ रहे हैं. लेकिन, सवाल ये है कि बनेगा कौन? क्रिकेट के जानकारों की भी इस पर अलग-अलग राय है. हालांकि, कप्तानी के इन विकल्पों में एक विकल्प ऐसा है, जिसके हाथ में टीम की कमान सौंपने के 5 बड़े फैक्टर हैं.
बुमराह के नाम की कुंबले ने की वकालत
शुरुआत सबसे सीनियर, सबसे अनुभवी जसप्रीत बुमराह से ही करते हैं. बुमराह को कप्तान बनाने को लेकर अनिल कुंबले जैसे दिग्गज वकालत कर रहे हैं. उनकी नजर में वो बेहतर विकल्प हो सकते हैं. मगर जिस तरह से पिछले दिनों आई रिपोर्ट में कहा गया कि वर्कलोड के चलते बुमराह, इंग्लैंड में सारे टेस्ट नहीं खेल सकते हैं. क्या उसके बाद भी उनके टेस्ट कप्तान बनने के आसार हैं? बुमराह के पास अब तक 3 टेस्ट में कप्तानी का अनुभव है, जिसमें उन्होंने 1 जीते और 2 हारे हैं. अपनी कप्तानी में खेले टेस्ट में वो 16.46 की औसत से 15 विकेट ले चुके हैं.
गिल को कप्तान बना सकते हैं ये 5 फैक्टर
कप्तानी के विकल्पों में शुभमन गिल सबसे छोटे हैं. मतलब सबसे कम अनुभवी. लेकिन, अगर लॉन्ग टर्म कप्तान बनाना है तो भारत की टेस्ट टीम के लिए गिल सबसे सॉलिड विकल्प दिखते हैं. हमारे ऐसा कहने के पीछे 5 बड़े फैक्टर भी हैं.
पहला फोकस, जो कि बतौर क्रिकेटर गिल दिखते हैं. दूसरा एग्रेसिव अप्रोच, जो कि एक कप्तान के बॉडी लैंग्वेज और फैसलों में झलकना चाहिए, वो गिल में नजर आता है. गिल कप्तान बनते हैं तो ये टीम मैनेजमेंट के एग्रेसिव अप्रोच को भी दर्शाएगा. तीसरा है लॉन्ग टर्म विजन, जो कि एक टीम को आगे ले जाने के लिए जरूरी होता है. शुभमन गिल युवा हैं . उनकी नई सोच टीम के काम आ सकती है. ऐसे में उन्हें कप्तान बनाना लॉन्ग टर्म में टीम के हित का फैसला होगा.
चौथा उम्र का फैक्टर. गिल अभी सिर्फ 25 साल के हैं. इस उम्र में टीम की बागडोर उन्हें मिलती है तो आने वाले समय के लिए ये मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है. गिल के पास पूरा समय होगा अपनी टीम खड़ी करने और टेस्ट क्रिकेट में राज करने का. पांचवां और आखिरी है टैक्टिकल डिसीजन, जरूरत पड़ने पर जिसे लेने में शुभमन गिल हिचकने वाले नहीं दिखते.
ऋषभ पंत और केएल राहुल भी दावेदार कम नहीं
बुमराह और शुभमन गिल के अलावा टेस्ट में कप्तानी के दो और दावेदार ऋषभ पंत और केएल राहुल भी हैं. इन दोनों में पंत के पास टेस्ट में कप्तानी का कोई अनुभव नहीं हैं. मगर रेड बॉल क्रिकेट में उनके गेम और एग्रेसिव अप्रोच को देखते हुए उनके नाम पर भी विचार हो सकता है. वहीं केएल राहुल को अब तक 3 टेस्ट में कप्तानी का अनुभव रहा है. उन 3 टेस्ट में उन्होंने 2 जीते भी हैं. अच्छी बात ये है कि बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज वो टीम मैनेजमेंट की पहली चॉइश भी लगते है. ऐसे में टेस्ट की कप्तानी अगर उन्हें भी मिलती है तो हैरानी नहीं होनी चाहिए.
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