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NIA ने 10 लाख के इनामी खालिस्तानी आतंकी को किया गिरफ्तार, पंजाब जेल से हुआ था फरार

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गुरदासपुर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। कुख्यात खालिस्तानी आतंकी कश्मीरा सिंह उर्फ बलबीर सिंह, निवासी गांव गल्लवड्डी, को बिहार के मोतिहारी से गिरफ्तार किया गया है। आतंकी पर 10 लाख रुपये का इनाम था। उसे मोतिहारी पुलिस की मदद से पकड़ा गया और पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि कश्मीरा सिंह 2016 में पंजाब की नाभा जेल ब्रेक की घटना के दौरान फरार हो गया था और तभी से भगोड़ा घोषित था। इससे पहले, 2015 में गुरदासपुर में शिवसेना बाल ठाकरे के उप प्रमुख हरविंदर सोनी पर फायरिंग के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया था, लेकिन ज़मानत पर बाहर आने के बाद कोर्ट में पेश न होने के चलते उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया।बाद में उसे अन्य आतंकी गतिविधियों में गिरफ़्तार कर नाभा जेल भेजा गया, जहां से वह गैंगस्टर विक्की गोंडर और एक अन्य आतंकी के साथ फरार हो गया। बाद में दिल्ली से उसे गिरफ्तार किया गया, जबकि विक्की गोंडर पंजाब पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारा गया।

कौन है आतंकी कश्मीरा सिंह?
विशेष NIA कोर्ट ने कश्मीरा को भगोड़ा अपराधी घोषित किया था और उस पर ₹10 लाख का इनाम रखा गया था। उसके खिलाफ दिल्ली समेत देशभर में कई गंभीर मामले दर्ज हैं। उस पर भारतीय दंड संहिता की धाराएं 120-B, 121, 121-A और गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धाराएं 17, 18, 18-क्च और 38 के तहत केस दर्ज है। आतंक की राह पर चलने से पहले कश्मीरा गांव के गुरुद्वारे में पाठ करता था और आसपास के धार्मिक कार्यक्रमों में कीर्तन करता था। वह लुधियाना ज़िले का निवासी है। उसके खिलाफ खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट, बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के साथ मिलकर देश के खिलाफ युद्ध छेडऩे की साज़िश रचने के केस भी दर्ज हैं।सूत्रों के अनुसार, वह भारत में न केवल आतंकी साजिशों में शामिल था, बल्कि फरार आतंकियों को बचाने और फंडिंग पहुंचाने में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा था। वह पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हुए हमले में भी शामिल बताया जाता है।

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