बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ गई हैं. अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) के अभियोजन पक्ष ने जुलाई में हुए जन-विद्रोह को दबाने के लिए की गई कार्रवाई में मानवता के विरुद्ध अपराध करने पर औपचारिक रूप से आरोप लगाया है. अभियोजन पक्ष ने रविवार को आरोप-पत्र पेश किया है. अगर ये आरोप साबित हो जाते हैं, तो शेख हसीना को फांसी तक की सजा सुनाई जा सकती है.
आरोप पत्र में शेख हसीना के साथ पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल और पूर्व IGP चौधरी मामून को भी सह-आरोपी बनाया गया है. इस मुकदमे का बांग्लादेश टेलीविजन पर सीधा प्रसारण किया हुआ, ताकि मामले की ट्रांस्प्रेंसी बनाई रखी जा सके.
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