ब्रेकिंग
अब अग्नि-5 मिसाइल को बंकर बस्टर में बदलने की तैयारी में भारत, पल भर में तबाह होगा टारगेट सावधान! दिल्ली में एक जुलाई से इन गाड़ियों को नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल, ड्राइविंग सीट पर बैठने से पह... मुंबई के डब्बावालों ने किया दाम बढ़ाने का ऐलान, अब आपको कितने देने होंगे पैसे? ‘बिप्लब-सतपाल और मीनाक्षी लेखी वही लोग हैं, जो…’, बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम पर भड़की TMC तेलंगाना: BJP विधायक टी राजा सिंह का इस्तीफा, लड़ना चाहते थे प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव मणिपुर: चुराचांदपुर में चार लोगों की गोली मारकर हत्या, अज्ञात हमलावरों ने की फायरिंग, जांच में जुटी ... मैं ही हूं मुख्यमंत्री का चेहरा, सरकार बनी तो बिहार को स्कॉटलैंड बना दूंगा: तेजस्वी यादव आगरा एयरपोर्ट को बम की धमकी, ताजमहल के पास चली गोली; ताजनगरी को सुलगाने की साजिश! एक क्लिक और 10 हजार खाते में देखकर गंवा दिए 16 लाख, ठगी की ये कहानी दिमाग घुमा देगी MCD में भ्रष्टाचार: आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर लगाया शिक्षा विभाग में घोटाले का आरोप
देश

बेंगलुरुः क्या एक अफवाह बनी भगदड़ की वजह? गेट नंबर 7 पर अचानक क्यों उमड़ पड़ी भीड़

बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में कल बुधवार को पहली बार आईपीएल खिताब जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के सम्मान में जश्न मनाया जा रहा था, लेकिन इस बीच वहां पर भगदड़ मच गई और 11 लोगों की जान चली गई जबकि कई घायल भी हुए हैं. भगदड़ की वजह अभी सामने नहीं आई है. लेकिन कहा जा रहा है कि स्टेडियम के मुख्य प्रवेश द्वार गेट नंबर 7 पर अचानक भीड़ उमड़ पड़ी क्योंकि यह अफवाह फैल गया कि वहां फ्री के टिकट बांटे जाएंगे. यही अफवाह कई लोगों की मौत की वजह बन गई.

वहां मौजूद लोगों के अनुसार, इस अफवाह की वजह से चंद मिनटों में, यह मेन गेट दहशत और अव्यवस्था का केंद्र बन गया. आरसीबी की आईपीएल में पहली जीत का जश्न मनाने को लेकर हजारों की संख्या में प्रशंसक वहां पर पहुंच गए. लेकिन लोग फ्री टिकट के लिए पागलों की तरह एक-दूसरे पर गिर पड़े. फिर यहां की व्यवस्था कुव्यवस्था में बदल गई.

अचानक बारिश ने बिगाड़ दिया माहौल

अखबार TOI के मुताबिक, पास के राजाजीनगर के अचिमन्या ने कहा, “लोगों ने पूरी तरह से नियंत्रण खो दिया. यह एक आपदा की तरह थी.” लोगों की बढ़ती भीड़ के बीच शाम 5.30 बजे के आसपास अचानक बारिश ने स्थिति को और खराब कर दिया.

प्रतिष्ठित क्रिकेट स्टेडियम में 13 गेटों के साथ 21 स्टैंड हैं. जबकि गेट 9 और 10 राज्य क्रिकेट संघ के सदस्यों के लिए रिजर्व थे. गेट 5, 6, 7, 19 और 20 जिसे टीम का मेन एंट्री रूट तय किया गया था- यहां सबसे अधिक भीड़ उमड़ी. जबकि गेट नंबर 7 से सबसे ज्यादा लोग हताहत हुए.

पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज भी किया

भीड़ प्रबंधन को लेकर लापरवाही और शहर में विजय परेड की अनुमति देने में देरी की वहज से भगदड़ की यह घटना घटी. आरआर नगर के अविनाश एस (31) कहते हैं, “40 घायल लोगों के साथ एक एम्बुलेंस थी. मैं किस्मतवाला था कि मैं समय पर बाहर निकल गया. यहां तक ​​कि पुलिस भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगातार संघर्ष कर रही थी.”

हंगामे में फंसी एक महिला प्रशंसक सिंचन एन ने कहा, “मैं सबसे बुरे हालात से इसलिए बच पाई क्योंकि मैं वहां देर से पहुंची. हकीकत में पुलिस वहां मौजूद भीड़ को नियंत्रित नहीं कर रही थी, बस लोगों को धक्का दे रही थी.” यही नहीं एम्बुलेंस जब घायलों को लेकर भीड़ के बीच से निकलने के लिए संघर्ष कर रही थी, तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए शाम 6.30 बजे के आसपास कब्बन पार्क सर्किल के पास लाठीचार्ज कर दिया.

CM ने दी न्यायिक जांच के आदेश

दूसरी ओर, घटना पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार का कहना है कि लोगों की भीड़ ने गेट तोड़ दिए जिसकी वजह से चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भगदड़ जैसी स्थिति हो गई. शिवकुमार ने कहा, “लोगों की भीड़ ने गेट तोड़ दिए. मुझे लगता है कि बड़े पैमाने पर वहां पर भगदड़ मच गई. मैंने पुलिस आयुक्त और अधिकारियों से बात की है. हम इस हादसे पर नजर बनाए हुए हैं, और सभी से शांत रहने की अपील करते हैं.”

उन्होंने कहा कि वह उन अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं, जहां घायलों इलाज चल रहा है. मुख्यमंत्री, मंत्री और पुलिस अधिकारी पहले से ही घटनास्थल का दौरा कर रहे हैं.

इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, “चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 33 लोग घायल हुए हैं. यहां पर 2-3 लाख से ज्यादा लोग जुटे थे जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी.” उन्होंने यह भी कहा कि स्टेडियम में महज 35,000 दर्शकों की क्षमता थी. उन्होंने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की भी घोषणा की.

Related Articles

Back to top button