Local & National News in Hindi

BSF जवान का हुआ तबादला, 608KM साइकिल चलाकर ड्यूटी पर पहुंचे… जानें क्यों लिया ये फैसला?

13

भारतीय सीमा सुरक्षा बल की एयरविंग में असिस्टेंट कमांडेंट ध्रुव प्रसाद ने साइकिलिंग के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. उन्होंने इसके लिए दिल्ली से जोधपुर की 608 किलोमीटर की यात्रा साइकिल से की.

उनका उद्देश्य अपनी यात्रा में मिलने वाले और शामिल होने वाले लोगों को ग्रीन एनर्जी का संदेश देना था. दरअसल दिल्ली से जोधपुर तबादला होने पर ध्रुव जॉइनिंग के लिए तीन राज्यों से पांच दिन साइकिल चलाकर जोधपुर पहुंचे.

नाप डाले तीन राज्य

ध्रुव ने साइकिलिंग करते हुए दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से यात्रा होकर गुजरी. इस यात्रा में गुरुग्राम, बावल, नीमराना, रेवाड़ी, बहरोड़, कोटपुतली, दूदू, किशनगढ़, अजमेर, ब्यावर और बर्र जैसे प्रमुख कस्बे भी शामिल थे.

असिस्टेंट कमांडेंट ध्रुव का कहना है कि यात्रा से पारंपरिक ईंधन परिवहन की तुलना में अनुमानित 130 किलोग्राम कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन की बचत हुई है. यह छोटा सा प्रयास लोगों को प्रोत्साहित करेगा कि वह अपने दैनिक जीवन में कम दूरी के कार्य के लिए वाहन का प्रयोग कम से कम करें.

ध्रुव सोशल मीडिया पर भी एक्टिव

प्रतिदिन 8-12 घंटे की राइडिंग शामिल थी. भीषण गर्मी जून के महीने के बावजूद उन्होंने सुरक्षित रूप से यात्रा पूरी की. उन्होंने जीपीएस ट्रैक्ड स्पोर्ट्स कैप्चरिंग ऐप और तस्वीरों के ज़रिए अपनी पूरी यात्रा को रिकॉर्ड की. और अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा भी किया है.

असिस्टेंट कमांडेंट ध्रुव का कहना है कि शारीरिक फिटनेस और पारिस्थितिकी एक साथ संरक्षण करने की जिम्मेदारी हैं. साइकिलिंग न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी से फायदेमंद है.

स्वस्थ रहने के लिए साइकिलिंग एक महत्वपूर्ण व्यायाम है. स्पोट्स पर्सन से लेकर सेना और फिट रहने के लिए व्यायाम करने वाले लोगों में साइकिलिंग का क्रेज देखा जाता है. खासकर सैन्य बालों और अफसर में व्यायाम साइकिलिंग फिटनेस को लेकर काफी क्रेज है.

कोराना काल में जोधपुर में आर्मी की कोणार्क कोर की कमान संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी फ्रांस की सबसे पुरानी साइकिल स्पर्धा टूअर द फ्रांस में 1200 किलोमीटर की साइकिल यात्रा की थी. अब इसके बाद एयरविंग में असिस्टेंट कमांडेंट ध्रुव प्रसाद ग्रीन एनर्जी का संदेश देने के लिए 600 किलोमीटर से ज्यादा की साइकिल से यात्रा की है.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.