2FA या MFA: कौन देगा आपके अकाउंट को मजबूत सिक्योरिटी? जानें दोनों में फर्क, और किसमें है सुरक्षा की बेहतर गारंटी
Password क्या है, इस बात को तो सभी जानते हैं लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें Passkey के बारे में सही जानकारी नहीं है. अगर आपको लगता है कि दोनों एक ही हैं, तो ऐसा नहीं है. पासवर्ड और पासकी दोनों ही अलग हैं, ऐसे में ये समझना जरूरी है कि अकाउंट की मजबूत सिक्योरिटी के लिए कौन सबसे बेस्ट है?
घर को जिस तरह से चोरों से बचाने के लिए आप ताला लगाते हैं, उसी तरह से अब तक लोग अकाउंट को हैकर्स से बचाने के लिए पासवर्ड लगाते आए हैं, लेकिन अब हैकर्स बहुत ही ज्यादा स्मार्ट हो गए हैं. यही वजह है कि अब मजबूत सिक्योरिटी के लिए पासवर्ड के बजाय कंपनियां भी यूजर्स को Passkey ऑप्शन देने लगी हैं.
क्या है दोनों में अंतर?
Password और Passkey, दोनों ही अकाउंट सिक्योरिटी के लिए हैं लेकिन दोनों के काम करने का तरीका काफी अलग है. पासवर्ड में नंबर, अक्षर और सिंबल सभी मिक्स होते हैं जिससे कि कोई भी पासवर्ड को आसानी से क्रैक न कर पाए. लॉग-इन करते टाइम जब आप पासवर्ड एंटर करते हैं तो आपके द्वारा एंटर किया पासवर्ड कंपनी के सर्वर पर जाता है और आपके पासवर्ड को वेरिफाई करता है.
Passkey का अगर आप इस्तेमाल करेंगे तो आपको अकाउंट लॉग-इन करने के लिए पासवर्ड डालने की जरूरत नहीं होगी. ध्यान देने वाली बात यह है कि मजबूत सिक्योरिटी के लिए Cryptography टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हुआ है. पासकी का इस्तेमाल करते हैं तो आप लोगों को बायोमैट्रिक (फिंगरप्रिंट/फेस स्कैन) या फिर पिन डालने के लिए कहा जाता है.
Passkey के बारे में Google क्या कहता है?
गूगल के एक ब्लॉग पोस्ट में बताया गया है कि पासवर्ड की तुलना पासकी ज्यादा मजबूत सिक्योरिटी ऑफर देता है, अगर आपने अब तक जीमेल अकाउंट के लिए पासकी को क्रिएट नहीं किया है तो आप इस फीचर का इस्तेमाल कर अकाउंट की सिक्योरिटी को मजबूत कर सकते हैं.
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