पलामूः ऑल इंडिया टाइगर ऐस्टीमेशन की आधिकारिक शुरुआत झारखंड में हो गई है. झारखंड में टाइगर ऐस्टीमेशन के पहले दिन पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में बाघ का पगमार्ग मिला है.
दरअसल, पूरे झारखंड में बाघ और अन्य मांसाहारी जीव जंतुओं की गिनती शुरू हुई है. बाघ के साथ-साथ तेंदुआ, भालू, भेड़िया एवं गिद्ध की भी गिनती होनी है. टाइगर ऐस्टीमेशन के दौरान वन्यजीवों की मूवमेंट उनके आवास उनकी मौजूदगी समेत आंकड़ों को इकट्ठा किया जा रहा है.
पूरे झारखंड में तीन चरण में बाघों की गिनती होनी है पहले चरण की शुरुआत सोमवार से हुई है. पूरे झारखंड में सीसीएफ का पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक एसआर नटेश को नोडल बनाया गया है जबकि पलामू टाइगर रिजर्व डिप्टी डायरेक्टर प्रजेशकांत जेना पीटीआर के नोडल हैं.
पलामू टाइगर रिजर्व में 110 फॉरेस्ट गार्ड 300 ट्रैकर एवं 25 वोलेंटियर की टाइगर ऐस्टीमेशन में तैनाती की गई है. पलामू टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर प्रजेशकांत जेना ने बताया कि टाइगर ऐस्टीमेशन का आधिकारिक तौर पर शुरुआत हो चुकी है. पीटीआर के क्षेत्र में बाघ, तेंदुआ, भेड़िया आदि का पगमार्क मिला है.
दरअसल पूरे झारखंड में पलामू टाइगर रिजर्व बाघों के लिए संरक्षित एरिया है. पहली बार झारखंड के दलमा, दुमका, सारंडा, रांची और हजारीबाग समेत कई इलाकों में टाइगर ऐस्टीमेशन होना है. इस बार बाघ के साथ-साथ गिद्ध पर भी खास नजर है.
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