New Year
Breaking
अस्पताल खोलने के नाम पर भवन मालिक और अन्य से लाखों की धोखाधड़ी एन्ड्रॉयड यूजर्स के लिए नया खतरा Daam वायरस चुरा सकता है आपके कॉन्टैक्ट डिटेल्स WhatsApp ने भारत में 74 लाख खातों पर लगाया बैन आईटी नियमों के तहत उठाया कदम कैसे डाउनलोड करें बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम Android और iOS यूजर्स जानिए ऑनलाइन मिले दोस्त की पत्नी को मारने के लिए अमेरिकी महिला ने हायर किया हिटमैन गिरफ्तार बादलों की आवाजाही से 40 डिसे के नीचे रहा पारा जल्द होगी Google Location की विदाई इसरो ने लॉन्च किया NavIC जानें खूबियां बिहार के भागलपुर में 1700 करोड़ का CM का ड्रीम प्रोजेक्ट ढहा : नीतीश कुमार में दम है तो कैमरे पर.. प्... नागपुर के चोर ने करेली से चोरी किया ट्रक और बैतूल में टायर तो इंदौर में बेचा इंजन 10 जुलाई से शुरू होगा मप्र विधानसभा का मानसून सत्र अनुपूरक बजट होगा प्रस्तुत

उपराष्ट्रपति ने कृषि क्षेत्र को हरसंभव सहायता देने का किया आह्वान, बोले- यह न केवल अर्थव्यवस्था की रीढ़ है बल्कि…

Whats App

मोतिहारीः उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कृषि क्षेत्र को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आह्वान करते हुए कहा कि यह न केवल अर्थव्यवस्था की रीढ़ है बल्कि हमारी संस्कृति भी है।

नायडू ने रविवार को पूर्वी चंपारण जिले के पिपराकोठी में राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (आरपीसीएयू) के दूसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘कृषि देश की अर्थव्यवस्था का सबसे मजबूत स्तंभ है। कृषि न केवल अर्थव्यवस्था की रीढ़ बल्कि यह हमारी संस्कृति भी है। यह जानकर खुशी हुई कि आरपीसीएयू अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित कर रहा है। यह कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अत्यधिक आवश्यक है।”

उपराष्ट्रपति ने छात्रों और अन्य कृषि विशेषज्ञों से बिहार और देश के अन्य हिस्सों में अधिक से अधिक पंचायतों तक पहुंचने का आह्वान किया और कहा कि उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को कृषि की नवीनतम तकनीकों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण होने वाले छात्रों के स्टार्टअप को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

Whats App

नायडू ने कहा कि ऐसे नए क्षेत्रों में पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, जहां लोगों को कृषि में नवीनतम विकास के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी मिलने के साथ ही वनस्पतियों, जीवों, प्राकृतिक सुंदरता की भी झलक मिल सके। सतत विकास के लिए सामाजिक और पारिस्थितिक घटकों को ध्यान में रखते हुए कृषि क्षेत्र की विशाल क्षमता का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान रिवर्स माइग्रेशन की प्रवृत्ति देखी गई, ऐसे में कृषि क्षेत्र लोगों को रोजगार प्रदान करने में सहायक हो सकता है।

अस्पताल खोलने के नाम पर भवन मालिक और अन्य से लाखों की धोखाधड़ी     |     एन्ड्रॉयड यूजर्स के लिए नया खतरा Daam वायरस चुरा सकता है आपके कॉन्टैक्ट डिटेल्स     |     WhatsApp ने भारत में 74 लाख खातों पर लगाया बैन आईटी नियमों के तहत उठाया कदम     |     कैसे डाउनलोड करें बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम Android और iOS यूजर्स जानिए     |     ऑनलाइन मिले दोस्त की पत्नी को मारने के लिए अमेरिकी महिला ने हायर किया हिटमैन गिरफ्तार     |     बादलों की आवाजाही से 40 डिसे के नीचे रहा पारा     |     जल्द होगी Google Location की विदाई इसरो ने लॉन्च किया NavIC जानें खूबियां     |     बिहार के भागलपुर में 1700 करोड़ का CM का ड्रीम प्रोजेक्ट ढहा : नीतीश कुमार में दम है तो कैमरे पर.. प्रशांत किशोर     |     नागपुर के चोर ने करेली से चोरी किया ट्रक और बैतूल में टायर तो इंदौर में बेचा इंजन     |     10 जुलाई से शुरू होगा मप्र विधानसभा का मानसून सत्र अनुपूरक बजट होगा प्रस्तुत     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374