नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को कहा कि मौका मिलते ही हिंदू धर्म पर निशाना साधना कांग्रेस और गांधी परिवार का स्वभाव है। पत्रकारों से बतचीत करते हुए पात्रा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 24 घंटे के भीतर कांग्रेस पार्टी द्वारा हिंदू धर्म पर तीन बार निशाना साधा गया। पहले सलमान खुर्शीद, फिर राशिद अल्वी और अब उनके सबसे बड़े नेता राहुल गांधी ने ऐसा किया है। उन्होंने हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर हमला किया है। कांग्रेस और गांधी परिवार को जब भी मौका मिलता है, वे हिंदू धर्म पर निशाना साधते हैं।
पात्रा ने आगे कहा कि 17 दिसंबर 2010 को राहुल गांधी ने कहा था कि देश को आतंकवाद से ज्यादा हिंदुओं खतरा से है। पी चिदंबरम ने पहली बार 25 अगस्त 2010 को भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया था। राहुल गांधी चुनाव से ठीक पहले मंदिर जाते हैं। वे वोट मांगने के लिए जाते हैं। वोट बैंक की राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद द्वारा हिंदू धर्म की तुलना बोको हराम और आइएसआइएस से करना या शशि थरूर का हिंदू तालिबान शब्द देना संयोग नहीं बल्कि प्रयोग है।
पात्रा ने कहा, ‘जब सलमान खुर्शीद हिंदू धर्म के खिलाफ बोलते हैं, इसकी तुलना बोको हराम और आइएसआइएस से करते हैं, जब शशि थरूर हिंदू तालिबान कहते हैं या जब इसे भगवा आतंकवाद कहा जाता है, तो वास्तव में यह संयोग नहीं बल्कि एक प्रयोग है। इस प्रयोगशाला के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी हैं। राहुल गांधी के बाद शशि थरूर, सलमान खुर्शीद, दिग्विजय सिंह और मणिशंकर अय्यर जैसे लोग हिंदू धर्म के खिलाफ अपमानजनक बयान देते हैं।’
जानें-राहुल गांधी ने क्या कहा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि हिंदू धर्म और हिंदुत्व दो अलग चीजें हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस पार्टी के डिजिटल अभियान ‘जन जागरण अभियान’ के शुभारंभ को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने अपने संबोधन में पूछा, ‘हिंदुत्व और हिंदू धर्म में क्या अंतर है, क्या दोनों एक ही हैं? अगर वे एक ही हैं, उनका एक ही नाम क्यों नहीं है? स्पष्ट रूप से दोनों अलग-अलग हैं। हिंदू धर्म में सिख या मुसलमान को पीटने की बात नहीं है, लेकिन हिंदुत्व में बिल्कुल है
सलमान खुर्शीद भी विवादों में
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद अपनी नई किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन आवर टाइम्स’में हिंदुत्व की तुलना आतंकवाद से करके विवादों में फंस गए। उनकी नई किताब पिछले हफ्ते जारी हुई। इसमें उन्होंने हिंदुत्व की तुलना ‘आइएसआइएस और बोको हराम’ जैसे कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों से की है। मामला ऐसे में सामने आया है जब देश के सात राज्यों गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
राशिद अल्वी भी विवाद में
कांग्रेस के एक और नेता विवादों में हैं। वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा कि ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने वाले संत नहीं,निशिचर (राक्षस) हैं। अल्वी ने गुरुवार रात को उत्तर प्रदेश के संभल’कल्कि महोत्सव’ में यह बयान दिया। अल्वी ने कहा कि कुछ लोग हैं जो ‘जय श्री राम’ के नारे लगाकर दूसरों को ‘गुमराह’ कर रहे हैं। इनसे सतर्क रहने की आवश्यकता है।