संसदीय समिति ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर शुरू करने का सुझाव दिया, बढ़ते किराये को लेकर भी हुई बातचीत

नई दिल्ली। संसदीय समिति के कुछ सदस्यों ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के ऊंचे किराये पर चिंता जताई और नागर विमानन मंत्रालय को अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को फिर से शुरू करने पर विचार करने का सुझाव भी दिया। सूत्रों ने कहा, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर संसद की स्थायी समिति के सदस्यों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के बढ़ते किराये को लेकर मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों से पूछताछ भी की। गौरतलब है कि महामारी के चलते अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों के निलंबन को 30 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है। हालांकि, वंदे भारत मिशन और द्विपक्षीय एयर बबल व्यवस्था के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मई, 2020 से संचालित की जा रही हैं। नागर विमानन सचिव राजीव बंसल, नागर विमानन महानिदेशक और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्यक्ष ने संसदीय समिति के सामने अपना पक्ष रखा।
सदस्यों ने बैठक में टिकट की ऊंची कीमत का मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार का इस पर नियंत्रण ना होना एक चिंता का विषय है। मंत्रालय के अधिकारियों ने समिति को बताया कि विमानन ईंधन में वृद्धि सहित कई वजहों से टिकट के दाम बढ़े हैं। सदस्यों ने दो घंटे से कम की घरेलू उड़ानों पर भी चिंता जताई। उनका कहना था कि इसमें यात्रियों के लिए भोजन की कोई सुविधा नहीं होती है, यह भेदभाव है।
सदस्यों का कहना था कि क्या कोई ऐसा आश्वासन है कि उन यात्रियों को महामारी नहीं पकड़ेगी, जो लोग 2 घंटे या उससे अधिक समय की फ्लाइट में खाना ना खाएं या उनको कोविड-19 हो जाएगा जो 2 घंटे से कम की यात्रा कर रहे हैं और उनकी यात्रा में खाना सप्लाई किया गया हो

बता दें पिछले महीने देश की प्रमुख एविएशन कंपनी Vistara ने अपने यात्रियों को ताजा शाकाहारी खाना परोसने की सुविधा को फिर से शुरू कर दी थी। Vistara ने अपनी घरेलू उड़ानों की सभी श्रेणियों-एकोनामी, प्रीमियम और बिजनेस के लिए ‘इन-फ्लाइट भोजन’ के नयी सुविधा की घोषणा की थी। कोविड-19 से संबंधित दिशा-निर्देशों के कारण कंपनी पिछले वर्ष मई के बाद से पहले से तैयार यानी पैक किये हुए भोजन को ही घरेलू यात्रियों को परोस रही थी।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.