मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमला, कर्नल और चार जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान
इंफाल/नई दिल्ली। मणिपुर में शनिवार की सुबह घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग आफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी और अर्धसैनिक बल के चार अन्य जवान शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि सीमावर्ती राज्य में उग्रवादी हिंसा की ताजा घटना में विप्लव त्रिपाठी की पत्नी और उनके पुत्र भी मारे गए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हमले की निंदा की। उन्होंने कहा- मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले से दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। पूरा देश हमारे बहादुर सुरक्षाबलों के साथ खड़ा है। हमारे वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा
पीएम मोदी बोले- याद रहेगा बलिदान
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा- मैं मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनका बलिदान हमेशा याद रहेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी भावनाएं पीडि़त परिवारों के साथ हैं।
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर किया गया यह हमला कायराना और निंदनीय है। इस हमले में शामिल दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा। इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इन गुनहगारों को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी इस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा- मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमला निंदनीय है। यह कायरतापूर्ण कृत्य आतंकवाद के सभी रूपों को जड़ से खत्म करने के हमारे संकल्प की पुष्टि करता है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा- मैं 46 असम राइफल्स के काफिले पर हुए इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं जिसमें आज चुराचांदपू में सीओ और उनके परिवार सहित कुछ कर्मियों की मौत हो गई। राज्य के बल और अर्धसैनिक बल पहले से ही उग्रवादियों को पकड़ने के लिए काम कर रहे हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी इस हमले की निंदा की। उन्होंने कहा- मणिपुर के चुराचांदपुर में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राष्ट्र इन वीर सपूतों का सदैव ऋणी रहेगा। ईश्वर शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना म्यांमार की सीमा से लगे चुराचांदपुर जिले में हुई। बताया जाता है कि उग्रवादियों ने असम राइफल्स के काफिले पर घात लगाकर IED से हमला किया। रिपोर्टों के मुताबिक हमले में 46 असम राइफल्स के कमांडिंग अधिकारी कर्नल विप्लव त्रिपाठी की पत्नी और बेटे की भी मौत हो गई। कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले थे।
हमलावरों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू
समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार, जिस समय उग्रवादियों ने यह हमला किया, उस समय कर्नल त्रिपाठी अपने परिवार और अन्य जवानों के साथ म्यांमार सीमा से लगते चुराचांदपुर जिले में एक नागरिक कार्यक्रम का निरीक्षण करने जा रहे थे। पूर्वोत्तर में पहली बार उग्रवादियों ने किसी सुरक्षा अधिकारी के परिवार को निशाना बनाया है। हमलावरों को पकड़ने के लिए सेना, असम राइफल्स और पुलिस बल ने बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है।
इस बीच सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को मणिपुर में हुए हमले के बारे में जानकारी दी गई है। सूत्रों की मानें तो हमले में शामिल उग्रवादियों को भागने से रोकने के लिए म्यांमार सीमा पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सेना मुख्यालय स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है।
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों ने पहले 46 असम राइफल्स के कमांडिंग आफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले पर घात लगाकर हमला करने के लिए IED ब्लास्ट किया और फिर मणिपुर के चुराचांदपुर में बल के वाहनों पर फायरिंग की। कमांडिंग आफिसर अपने फारवर्ड कंपनी बेस से अपने बटालियन मुख्यालय लौट रहे थे। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक अभी तक किसी भी उग्रवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।