
रायपुर)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के डा. भीमराव आंबेडकर अस्पताल में रात में पोस्टमार्टम करने की शुरुआत नहीं हो पाई। दो दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइन के अनुसार रात में भी पोस्टमार्टम कराने के लिए निर्देश दिया गया है। इसके बाद अभी तक अस्पताल प्रबंधन ने रात में पोस्टमार्टम कराने के लिए ड्यूटी तक निर्धारित नहीं की है। यह प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है। बता दें कि देश भर में अंग्रेजों के समय से चली आ रही व्यवस्था को केंद्र सरकार ने खत्म करके अस्पतालों में सूर्यास्त के बाद भी पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा है।
इस मामले में आंबेडकर अस्पताल के पोस्टमार्टम डिपार्टमेंट संभाल रहे डा. अरुण कुमार ने बताया कि यहां अस्पताल में पहले भी सूर्यास्त के बाद इमरजेंसी केस में पोस्टमार्टम होते रहे हैं। मंगलवार को सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम की आवश्यकता ही नहीं पड़ी। डा. अरुण कुमार ने बताया कि व्यवहारिक तौर पर सूर्यास्त के बाद मृतक के परिवार वाले भी नहीं चाहते कि पोस्टमार्टम हो, लेकिन समय में आए बदलाव से लंबित पोस्टमार्टम जल्द होंगे, इसके लिए पूरी व्यवस्था करनी पड़ेगी।

गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया के लिए नया प्रोटोकाल देश भर के लिए जारी कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मृतक के दोस्तों, रिश्तेदारों को भी परेशान नहीं होना पड़ेगा। यह प्रक्रिया आने वाले समय में अंगदान को भी बढ़ावा दे सकती है। प्रोटोकाल में कहा गया है कि अंगदान के लिए पोस्टमार्टम प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। बहरहाल देखना यह है कि आंबेडकर अस्पताल के अलावा प्रदेश के अन्य अस्पतालों में कब यह सुविधा मिल पाएगी।