
नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों में यात्रियों को पका हुआ भोजन परोसना फिर से शुरू करने का आदेश जारी किया है। इस सेवा को कोरोना प्रतिबंधों के कारण बंद कर दिया गया था। रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को एक पत्र में इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (IRCTC) को सेवा फिर से शुरू करने के लिए कहा है। रेलवे बोर्ड ने यह भी कहा कि यात्रियों को रेडी-टू-ईट भोजन भी परोसा जाता रहेगा।
रेलवे के बयान के अनुसार सामान्य ट्रेन सेवाओं की बहाली, यात्रा करने वाले यात्रियों की आवश्यकताओं और देशभर के भोजनालयों, रेस्तरां, होटलों और ऐसे अन्य स्थानों में कोविड लाकडाउन प्रतिबंधों में ढील के मद्देनजर, रेल मंत्रालय द्वारा पके हुए खाने की सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। ट्रेनों में खाने के लिए तैयार भोजन की सेवा भी जारी रहेगी।
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में रेलवे ने महामारी के लिए लगाए गए विशेष टैग को वापस लेते हुए सामान्य ट्रेनों को चलाने की घोषणा की थी।

ट्रेनों के किराए में आई है कमी
वहीं, पिछले दिनों रेलवे द्वारा ट्रेनों का स्पेशल दर्जा हटाने से यात्रियों का काफी फायदा हुआ है। इससे ट्रेनों के किराये में अच्छी खासी कमी आई है। रेल मंत्रालय द्वारा रोज 432 ट्रेनों से स्पेशल का दर्जा हटाते ही 300 रुपये से लेकर 570 रुपये तक किराया घट गया है। पिछले तीन दिनों में 1866 स्पेशल ट्रेनों का टैग बदला जा चुका है। कुल लक्ष्य 3110 ट्रेनों का टैग बदलने का है। ट्रेनों का नंबर बदलते ही अब प्रथम श्रेणी के एसी के साथ ही स्लीपर कोच भी लगने लगे हैं।
इसके साथ ही पिछले दिनों भारतीय रेलवे ने अपने तरह की अनोखी पहल में धार्मिक स्थानों तक जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस व 18 अन्य ट्रेनों को जल्द ही शाकाहार प्रमाण पत्र दिया जाएगा। ये प्रमाण पत्र भारतीय सात्विक परिषद की तरफ से दिए जाएंगे, जिसने आइआरसीटीसी की मदद से शाकाहारी रेलवे सेवा की शुरुआत की है।