New Year
Breaking
माही भाई आपके लिए रवींद्र जडेजा ने एमएस धोनी के लिए कही दिल छू लेने वाली बात नगर निगम की नर्सरी में गाड़ियों से निकाला जा रहा डीजल वीडियो वायरल दो ट्रक के आपस में टकराने के बाद सिलेंडर फटने से एक वाहन में लगी आग 'आलू से सोना पैदा करने वाला व्यक्ति लेक्चर दे रहा', राहुल गांधी पर भड़के केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जो... वैष्णो देवी जा रही बस खाई में गिरने से 10 तीर्थयात्रियों की मौत...PM मोदी ने जताया दुख, मुआवजे की घो... बहाना बनाया पिज्जा समय से नहीं पहुंचाने पर मिली यह सजा 28 दिन तक इन राशि वालों को खूब मिलेगा पैसा शुक्र-मंगल की युति से मिलेगा लाभ इंदौर के अक्षत खंपरिया ने हासिल किया पहला ग्रैंडमास्टर नार्म बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं दिल्ली पुलिस का दावा शादी की तारिख क्या है? कुछ तो बताओ, छुपाओ मत। पैपराजी के सवाल पर यूं शरमा गईं परिणीति चोपड़ा

केंद्र की ओर से कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद मुस्लिम नेता बोले- CAA भी हो निरस्त

Whats App

नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा के बाद मुस्लिम नेताओं ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को भी निरस्त किए जाने की मांग की है। जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी ने कहा, हम अब सरकार से सीएए-एनआरसी जैसे अन्य कानूनों पर भी विचार करने का आग्रह करते हैं। इन कानूनों को भी जल्द से जल्द वापस लिया जाना चहिए। हमें खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आखिरकार किसानों की मांगों को मान लिया है।

वहीं, जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रमुख अरशद मदनी ने कृषि कानूनों को निरस्त करने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, सीएए के खिलाफ हुए आंदोलन ने किसानों को कानूनों के खिलाफ विरोध करने के लिए प्रोत्साहित किया था। सरकार को अब सीएए कानून भी वापस लेना चाहिए। शुक्रवार को देवबंद में जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि कृषि कानून वापसी के फैसले ने यह साबित कर दिया है कि लोकतंत्र और लोगों की शक्ति सर्वोपरि है। जो लोग सोचते हैं कि सरकार और संसद अधिक शक्तिशाली हैं, वह बिल्कुल गलत हैं। जनता ने एक बार फिर किसानों के रूप में अपनी ताकत का परिचय दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस आंदोलन की सफलता यह भी सीख देती है कि किसी भी जन आंदोलन को जबरदस्ती कुचला नहीं जा सकता है।

इनके अलावा मजलिस-ए-मुशावरत के प्रमुख नावेद हमीद ने भी कहा कि सीएए और यूएपीए सहित सभी कड़े कानूनों को वापस लेने की जरूरत है। बता दें कि बीते दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को रद करने के सरकार के फैसले को सबके सामने रखा। इससे किसान बेहद खुश दिखे। वहीं, उनका कहना है कि जब तक कानून संसद से निरस्त नहीं किए जाते, तब तक वे सड़कों पर जमे रहेंगे। पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि वे अब अपने घर जाएं।

माही भाई आपके लिए रवींद्र जडेजा ने एमएस धोनी के लिए कही दिल छू लेने वाली बात     |     नगर निगम की नर्सरी में गाड़ियों से निकाला जा रहा डीजल वीडियो वायरल     |     दो ट्रक के आपस में टकराने के बाद सिलेंडर फटने से एक वाहन में लगी आग     |     ‘आलू से सोना पैदा करने वाला व्यक्ति लेक्चर दे रहा’, राहुल गांधी पर भड़के केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी     |     वैष्णो देवी जा रही बस खाई में गिरने से 10 तीर्थयात्रियों की मौत…PM मोदी ने जताया दुख, मुआवजे की घोषणा     |     बहाना बनाया पिज्जा समय से नहीं पहुंचाने पर मिली यह सजा     |     28 दिन तक इन राशि वालों को खूब मिलेगा पैसा शुक्र-मंगल की युति से मिलेगा लाभ     |     इंदौर के अक्षत खंपरिया ने हासिल किया पहला ग्रैंडमास्टर नार्म     |     बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं दिल्ली पुलिस का दावा     |     शादी की तारिख क्या है? कुछ तो बताओ, छुपाओ मत। पैपराजी के सवाल पर यूं शरमा गईं परिणीति चोपड़ा     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374