नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण मामले पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई कर रहा है। इस दौरान केंद्र ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण में सुधार हुआ है। जहां पहले एक्यूआई 400 के पार था वह अब 290 हो गया है।
पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के इस सुझाव को मान लिया था कि दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण मामले पर कोई आदेश देने से पहले कोर्ट 21 नवंबर तक इंतजार किया जाए। केंद्र का कहना था कि दीवाली में प्रतिबंध के बावजूद पटाखों के चलते प्रदूषण में इजाफा हुआ है। इसके अलावा मौसम विभाग की रिपोर्ट है कि उसके बाद से स्थितियों में सुधार होना शुरू होगा। अब रिपोर्ट के साथ सुनवाई होगी।
इससे पहले सुनवाई के दौरान, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ 16 नवंबर को एक आपातकालीन बैठक बुलाने का निर्देश दिया था। भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और सूर्य कांत की पीठ ने निष्कर्ष निकाला था कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का मुख्य कारण कुछ क्षेत्रों में पराली जलाना ही नहीं है, इसके अलावा निर्माण गतिविधियां, उद्योग, बिजली संयंत्र और वाहन परिवहन भी जिम्मेदार हैं। पीठ ने केंद्र को निर्देश दिया था कि वायु प्रदूषण के मुद्दे की निगरानी के लिए गठित समिति पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के मुख्य सचिवों के साथ एक आपातकालीन बैठक बुलाए और निर्माण कार्यों को रोकने, गैर-जरूरी परिवहन जैसे मुद्दों को ध्यान में रखे।
दिल्ली में 300 से नीचे पहुंचा एक्यूआई
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से नीचे पहुंच गया है। सफर इंडिया के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को एक्यूआई 280 है। यह गिरावट तेज रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण आई है। दिल्ली-एनसीआर में 15 किलोमीटर से अधिक की रफ्तार से चली हवाओं के कारण वायु प्रदूषण में कुछ हद तक कमी आई है। लगातार कई दिनों तक बहुत खराब श्रेणी में रहने के बाद मंगलवार को ही दिल्ली एनसीआर का एयर इंडेक्स 300 से नीचे यानी खराब श्रेणी में पहुंच गया।