Breaking
भोरे में हुई इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन बैठक. यूपी बिहार सहित तीन जिला के पदाधिकारी रहे मौजूद. मध्य प्रदेश में छह सीटों पर उत्साह के बीच तीन बजे तक 53.40 प्रतिशत मतदान नीलगंगा चौराहे पर दो भाइयों ने मिलकर युवक की चाकू मारकर हत्या की मप्र हाई कोर्ट ने तथ्य छिपाकर याचिका दायर करने पर लगाया 10 हजार जुर्माना, दी सख्त हिदायत श्रम न्यायालय के आदेशानुसार शेष राशि का भुगतान ब्याज सहित करें, हाई कोर्ट ने दी 45 दिन की मोहलत पांच महीने में 21 लाख रुपये बढ़ी शिवराज स‍िंंह चौहान की संपत्ति इंदौर से चार रूट पर चलाई चार समर स्पेशल ट्रेन, फिर भी लंबी वेटिंग पद्मश्री जोधइया बाई बैगा नहीं डाल सकीं वोट, उमरिया में उनके घर पर भी नहीं पहुंचा मतदान दल राहुल गांधी 21 अप्रैल को सतना में करेंगे प्रचार, आसपास की दूसरी सीटों को भी साधने को कोशिश मादा चीता वीरा को मुरैना से रेस्क्यू कर वापस लाया गया कूनो नेशनल पार्क

दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में किसान आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया बड़ा खुलासा, जानें क्या कहा

Whats App

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र शुक्रवार को शुरू हुआ। इस विशेष सत्र को सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी संबोधित किया। सत्र के दौरान उन्होंने किसान आंदोलन पर अपनी बात रखी, साथ ही कुछ खास जानकारियां भी साझा की। उन्होंने बताया कि जब किसान दिल्ली की ओर आ रहे थे तो केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली सरकार को पत्र भेजकर स्टेडियम को जेलों में तब्दील करने के लिए कहा गया था मगर उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया था।

उन्होंने कहा कि आज से पूरे एक साल पहले किसान आंदोलन शुरू हुआ था। केंद्र ने अपने अहंकार में तीनों कृषि कानून पास कराए थे। मैं बेवजह किसानों से बधाई ले रहा हूँ। सभी इस आंदोलन में शामिल हुए। बताया कि पंजाब के लोगों ने आंदोलन की अगुवाई की है। ठंड और बारिश में किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहे। दुनिया के इतिहास में यह सबसे बड़ा आंदोलन था, अब किसानों की जीत हुई है। सत्तापक्ष ने किसानों को भड़काने में कोई कसर नही छोड़ी। 700 किसान शहीद हो गए हैं।

उन्होंने बताया कि आंदोलन के दौरान किसानों को बहुत कुछ कहा गया है, इन्हें परेशान करने में कोई कसर नही छोड़ी गई। सड़क पर कीलें तक गाड़ी गईं। किसानों ने सभी कुछ सहा है। उन्होंने बताया कि मेरे पास फाइल आई कि किसान आ रहे हैं स्टेडियमों को जेल बनाया जाना है। मगर मैंने मना कर दिया। इससे केंद्र सरकार हम पर बहुत नाराज हुई। उन्होंने कहा कि जो किसानों की मांगें बची हैं उन्हें केंद्र को मानना चाहिए। किसानों की फसल का न्यूनतम मूल्य निर्धारित किया जाना चाहिए। किसान जब तक दिल्ली की सीमाओं पर तक बैठे हैं हम उनके साथ हैं।

Whats App

इस मौके पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सदन के माध्यम से देश की किसान शक्ति को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गांधी जी के बाद पहली बार ऐसा आंदोलन हुआ, जिसने अहंकारी सरकार को झुकने पर विवश कर दिया। बहुत धैर्य के साथ आंदोलन चला। नई पीढ़ी के लिए मिसाल है। प्रधानमंत्री ने एक साल तक किसानों की अनदेखी की। किसानों को बहुत हल्के में लिया। सोचा कि किसान दिल्ली में आएंगे तो उन्हें स्टेडियमों में कैद कर देंगे। लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र के मंसूबों को सफल नहीं होने दिया। भाजपा ने हमेशा इस आंदोलन की आलोचना की। बार बार कृषि मंत्री और प्रधानमंत्री इस आंदोलन के खिलाफ बोलते रहे। फिर भी किसान डटे रहे। वे बधाई के पात्र हैं।

मध्य प्रदेश में छह सीटों पर उत्साह के बीच तीन बजे तक 53.40 प्रतिशत मतदान     |     नीलगंगा चौराहे पर दो भाइयों ने मिलकर युवक की चाकू मारकर हत्या की     |     मप्र हाई कोर्ट ने तथ्य छिपाकर याचिका दायर करने पर लगाया 10 हजार जुर्माना, दी सख्त हिदायत     |     श्रम न्यायालय के आदेशानुसार शेष राशि का भुगतान ब्याज सहित करें, हाई कोर्ट ने दी 45 दिन की मोहलत     |     पांच महीने में 21 लाख रुपये बढ़ी शिवराज स‍िंंह चौहान की संपत्ति     |     इंदौर से चार रूट पर चलाई चार समर स्पेशल ट्रेन, फिर भी लंबी वेटिंग     |     पद्मश्री जोधइया बाई बैगा नहीं डाल सकीं वोट, उमरिया में उनके घर पर भी नहीं पहुंचा मतदान दल     |     राहुल गांधी 21 अप्रैल को सतना में करेंगे प्रचार, आसपास की दूसरी सीटों को भी साधने को कोशिश     |     मादा चीता वीरा को मुरैना से रेस्क्यू कर वापस लाया गया कूनो नेशनल पार्क     |     भोरे में हुई इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन बैठक. यूपी बिहार सहित तीन जिला के पदाधिकारी रहे मौजूद.     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374