
प्रदीप शर्मा गोपालगंज
ANCHOR- सुशासन सरकार में अपराधियों का मनोबल इस कदर मजबूत हो चुका है कि, वह दिनदहाड़े घटना को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं, अब लग रहा है कि पुलिस भी बदमाशों के आगे घुटने टेक चुकी है, यह पहला वाक्य नहीं है कि गोपालगंज में सिविल कोर्ट के किसी अधिवक्ता को पहली बार गोली मारकर मौत की नींद सुला दी गई हो, आज से 1 साल पूर्व गोपालगंज के नगर थाने के बस स्टैंड में बदमाशों ने ठीक इसी तरह एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी थी,
ताजा रिपोट—— बिहार के गोपालगंज से है जहां सिविल कोर्ट जा रहे अधिवक्ता राजेश पांडे को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी, और वहां से फरार हो गए, घटना गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना इलाके के पोखरभिंडा लाइन होटल के समीप का है,
बता दें कि कुचायकोट थाना इलाके के विनवलिया गांव निवासी अधिवक्ता राजेश पांडे, हर रोज की तरह अपने साथी के साथ न्यायिक कार्य को लेकर गोपालगंज सिविल कोर्ट जा रहे थे,जैसे ही वह कुचायकोट थाना इलाके के पोखर भिंडा लाइन होटल के समीप पहुंचे कि पीछे से अपाची बाइक पर सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी, इस दौरान बाइक चला रहे हैं उनके सहयोगी जितेंद्र चौबे बाइक के लिए सड़क पर गिर गए,
घटना की जानकारी उन्होंने कुचायकोट पुलिस को दी मौके पर पहुंची पुलिस ने अधिवक्ता को गोपालगंज सदर अस्पताल भर्ती कराया, लेकिन अधिवक्ता ने सदर अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया,
वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद सिविल कोर्ट के अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य का विरोध कर सड़क पर उतर आए और प्रशासन से बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे, इस बीच जिला विधिक संघ की टीम गोपालगंज के डीएम एसपी से मिलकर मृत अधिवक्ता के आश्रितों को मुआवजा दिलाने की मांग की, हालांकि इस पूरे प्रकरण में आज गोपालगंज शहर घंटो जाम रहा,
वही उनके साथी अधिवक्ता दिलिप प्रसाद ने बताया कि
आज से 2 दिन पूर्व किसी केस को लेकर बदमाशों के द्वारा उन्हें धमकी दी गई थी, और कुछ दिन पूर्व उन पर फायरिंग भी की गई थी, जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे, वह घटना को लेकर काफी तनाव में रह रहे थे, इसी बीच बदमाशों ने आज उनकी गोली मारकर हत्या कर दी, वह बहुत तेज तरार अधिवक्ता थे, और हमेशा गरीबों के लिए आवाज उठाते थे।