
गौरीचक थानाध्यक्ष लालमणी दुबे की मेहनत एवं शराब माफिया पर दविश का असर रंग लाने लगा ।
आज थाना क्षेत्र के छोटकी सपहुआ मुशहरी में करीब दो सौ महिला एवं पुरूषों ने स्वयं फोन कर गौरीचक थानाध्यक्ष महोदय को बताया कि हम सभी ग्रामीण स्वेच्छा से छोटकी सपहुआ मुशहरी में शराब नहीं बनाने की शपथ लेना चाहते हैं । इसके बाद अति उत्साहित हो थानाध्यक्ष महोदय छोटकी सपहुआ मुशहरी के लिए प्रस्थान कियें जहाँ पहले से ही स्थानीय समाजसेवी एवं ग्रामीण भारी संख्या में उपस्थित थे। थानाध्यक्ष महोदय को देखते ही सभी लोग–सूखी रोटी खाएंगे दारू नहीं बनायेंगे की नारा लगाते रहें ।
थानाध्यक्ष लालमणी दुबे जी से बात करते करते कुछ महिलाओं का दर्द भी छलक रहा था। सवाल ये कि लोगों को रोज़ी रोटी की चिंता सता रही थी। उनका स्पष्ट कहना था कि सरकार द्वारा हमलोगों को रोजगार के लिए मदद की आवश्यकता है। थानाध्यक्ष महोदय भी भावुक हो ग्रामीणों की मांग को जिम्मेदार पदाधिकारी तक पहुंचाने का आश्वासन दियें। तत्क्षण लोगों ने उत्साहित हो ये शपथ लिया कि अभी से ही हमलोग शराब की चुलाई एवं बिक्री नहीं करेंगे और ना ही शराब पियेंगे ।
जैसे ही गौरीचक थाना की गाड़ी वहां से चली । ग्रामीणों द्वारा स्वयं अपने अपने कच्चे शराब को नष्ट करने लगे ।